Xxx ki kahani भांजे ने किया पहली बार 1 मामी के साथ सेक्स
FUN xxx ki kahani: मैं अपने मामा के घर रह रहा था. एक रात Mast Hindi Story पर सेक्स स्टोरी पढ़क्र मैं मुठ मार रहा था. मामा के रूम से कुछ कहासुनी की आवाज आई. अगले दिन मामी से मिला तो …
मेरे प्रिय दोस्तो, मेरा नाम विजय है और मैं देहरादून का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 24 साल है और मैं दिखने में हैंडसम हूं. मेरी लंबाई 6 फीट है. मेरे लण्ड का साइज़ सामान्य है और मोटाई भी सामान्य है जिससे मैं किसी भी लड़की, भाभी और आंटी को खुश कर सकता हूँ। आप लोगों का ज्यादा समय न लेते हुए मैं सीधा कहानी पर आता हूँ।
ये बात तब की है जब मैं अपनी बी.एस.सी. की पढ़ाई पूरी करके जॉब की तलाश कर रहा था. मुझे जॉब दिल्ली में मिली और मुझे दिल्ली आना पड़ा.
दिल्ली में ही मेरा एक मामा भी रहता है. मामा ने बोला कि तू यहीं मेरे पास रह लेना।
मामा की सलाह पर मेरे घर वाले भी यही बोलने लगे। मैं अगले दिन ही दिल्ली आ गया। मामा के घर पहुँचा तो मामी ने गेट खोला. वो मुझे देख कर बहुत खुश हुई और मुझे अंदर रूम में बैठा कर चाय वगैरह लेकर आई. तभी मामा भी आ गए. वो मुझसे बातें करने लगे.
दोस्तो, मेरे मामा का एक बेटा भी है जो तीसरी कक्षा में पढ़ता है. थोड़ी देर बातें करने के बाद मैं आराम करने के लिए बेड पर लेट गया और मुझे नींद आ गयी। जब सो कर उठा तो मामा का बेटा भी स्कूल से आ गया था तो मैं उसके साथ खेलने लगा.
मामा के बेटे के साथ खेलते खेलते रात हो गयी और हमारा खाना लग गया. हम सब खाना खाने लगे। मैंने देखा कि मामा खाने पर नहीं थे तो मैंने मामी से पूछा कि मामा किधर हैं?
तो मामी ने बताया कि वो लेट ही आते हैं 10-11 बजे तक।
दोस्तो, मेरे मामा की खुद की कम्पनी है तो वो ज्यादा वहीं पर कंपनी के काम में ही बिजी रहते हैं।
मैं और मामी इधर उधर की बातें करते रहे.
मामी ने पूछा कि तेरी जोइनिंग कब है?
मैं- मामी सोमवार से है।
मामी- अच्छा तो अभी तो 3 दिन बाद है।
मैं- हाँ जी.
मामी- और बता घर में सब कैसे हैं?
मैं- वहाँ तो सब अच्छे हैं।
फिर ऐसे ही दो चार बातें करके हम अपने अपने रूम में सोने के लिए चले गए। मेरा रूम मामी के रूम की बराबर में ही था।
मुझे नींद नहीं आ रही थी क्योंकि मैं दिन में सो गया था. बोर होने के कारण मैं रोज की तरह Mast Hindi Story पर कहानियां पढ़ने लगा. Mast Hindi Story पर सेक्सी और गर्म हिन्दी कहानियां पढ़कर मेरा अच्छा टाइम पास हो जाया करता था.
सेक्स कहानी पढ़ते हुए मैं अपने लंड को हाथ में लेकर हिला रहा था. मुझे मजा आ रहा था कहानी पढ़ते हुए मुठ मारने में और लंड को रगड़ते हुए हिलाने में, रूम में पूरा अंधेरा था.
11 बजे फिर मामा भी आ गए. वो खाना खा कर अपने रूम में सोने की तैयारी कर रहे थे कि तभी उनके रूम में से कुछ आवाजें आने लगीं जैसे वो किसी को धमका रहे हों। मैंने उन पर ध्यान नहीं दिया और मुठ मार कर सो गया।
मैं रोज की तरह सुबह 5 बजे उठा और सोचा कि ऊपर छत पर घूम लेता हूँ. तो मैं ऊपर चला गया। ऊपर जाकर मैंने देखा कि मामी अपनी लाल रंग की हल्की सी नाईटी में घूम रही हैं।
माफ करें दोस्तो, मैं आपको अपनी मामी के बारे में बताना तो भूल ही गया. मेरी मामी की उम्र 28 साल है और वो देखने में बहुत ही ज्यादा आकर्षक लगती है। मुझे साइज़ की तो ज्यादा जानकारी नहीं है पर उनके चूचे बहुत मोटे हैं और गांड भी बहुत पीछे निकली हुई है. कोई भी उन्हें एक बार देख ले तो जरूर मुठ मारने पर मजबूर हो जाये.
इस तरह नाइटी में उन्हें देख कर मैं पागल सा हो गया। उनकी नाइटी घुटनों तक ही थी और ऊपर से बरसात का मौसम हो रहा था।
मैंने जैसे-तैसे खुद को संभाला और उनके पास गया।
मैं- गुड मॉर्निंग मामी!
मामी (गुस्से में)- गुड मॉर्निंग!
मैं- क्या हुआ मामी, आप गुस्से में हो?
बहुत ही प्यार से मैंने पूछा.
मामी चुप रही, उन्होंने कुछ नहीं बोला।
मैं- यार मामी बताओ ना, क्यूं लड़कियों की तरह नखरे दिखा रही हो?
मामी मुस्कराई और बोली- क्यूं, मैं लड़की नहीं हूं क्या?
मुस्कराते हुए मैंने कहा- हां, हो तो लेकिन अब शादी हो चुकी है आपकी।
मामी ने मुझे बीच में ही रोकते हुए कहा- हां, यही तो, सबको लगता है कि मेरी शादी हो गयी है लेकिन मुझे अब ये बिल्कुल भी अहसास नहीं होता है कि मेरी शादी हो गयी है।
उनके कंधे पर हाथ रखते हुए मैंने कहा- क्या हुआ यार, आप इतने परेशान क्यूं हो? आप मुझे अपना दोस्त समझ कर ही बता दो. आप मुझ पर भरोसा कर सकते हो.
वो बोली- विजय, तुझे तो पता ही होगा कि एक औरत को क्या चाहिए होता है अपने पति से.
मैंने कहा- मैं कुछ समझा नहीं आपकी बात का मतलब, क्या चाहिए होता है?
मामी- तो फिर तू क्या घंटा समझेगा मेरी प्रॉब्लम!
मैं- अरे आप बताओगी तभी तो समझूँगा ना?
मामी- जब तुझे पता ही कुछ नहीं है तो क्या समझाऊं तुझे मैं? चल अच्छा बता सेक्स क्या होता है जानता है? तू जानता है चुदाई किसे कहते हैं?
मैं- हाँ जानता हूँ।
डांटते हुए मामी बोली- तो भोसड़ीचंद, तुझे ये कैसे नहीं पता कि एक औरत को अपने पति से क्या चाहिए होता है?
मैं- क्यूंकि मैं आपके मुँह से सुनना चाहता था।
मामी- तो सुन, पिछले एक साल में तेरे मामा ने मुझे तीन चार बार ही चोदा होगा। यार मुझे भी चाहिए होता है लण्ड, मैं भी तो औरत हूं. मेरी भी जरूरतें हैं. वो मेरे से उम्र में 10 साल बड़े हैं. उनका अब कुछ करने का ज्यादा मन ही नहीं करता है. अब तू ही बता कि मैं कहां जाऊं, मैं क्या करूं और किसके साथ करूं?
मैं- हम्म, प्रॉब्लम तो है मामी.
मैंने उनके सिर को अपने कंधे पर रख कर सहलाया.
मामी- यार विजय, मुझे एक बॉयफ्रंड चाहिए जो मुझे।
मैं- जो आपको?
मामी (शरमाते हुए)- जो मुझे संतुष्ट कर सके। तुम्हारे जैसा कोई या तुम ही बन जाओ, घर की बात घर में रहेगी और किसी को पता भी नहीं चलेगा और मुझे कहीं बाहर भी नहीं जाना पड़ेगा.
मैं भी काफी हैरान था कि मामी मुझसे चुदने के लिए मुझे खुला आमंत्रण दे रही है. मगर कहीं न कहीं मैं भी मामी की चुदाई करना चाह रहा था. इसलिए हालात तो मेरे ही पक्ष में थे. जब सामने से मामी जैसी सेक्सी औरत जो लंड की प्यासी हो, उसको भला कौन मना कर सकता है!
न्यौता देने पर मैंने आव देखा न ताव और वहीं पर मामी के होंठों को चूसना शुरू कर दिया. मैं उनको जोश जोश में चूमने लगा. पहला सेक्स था इसलिए उत्तेजना एकदम से चढ़ गयी थी.
मगर मामी ने मुझे रोक दिया और बोली- नीचे चल हरामी, यहीं पर ही शुरू हो गया. चल नीचे, तेरे रूम में चलते हैं. यहां तो कोई भी देख लेगा.
हम दोनों उठ कर नीचे चले आये.
मैंने दरवाजा बंद किया और मामी के ऊपर टूट पड़ा. मामी भी बहुत दिनों से प्यासी लग रही थी और वो उछल कर मेरी गोदी में ही चढ़ गयी जैसे कोई बच्चा अपनी मां की गोद में चढ़ जाता है. उन्होंने अपनी दोनों टांगें मेरी कमर से लपेट लीं और बुरी तरह से मेरे होंठों को चूसने और काटने लगीं.
मामी की प्यास बहुत ज्यादा थी और मैं एक जवान लड़का था. इसलिए मामी कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही थी अपनी प्यास को शांत करने में. मैं भी उनका पूरा साथ दे रहा था. उनके मुंह के अंदर तक अपनी जीभ डाल कर चूस रहा था.
फिर मैंने मामी को बेड पर गिरा लिया और जल्दी जल्दी से अपने कपड़े उतार दिये. मेरे बदन पर केवल मेरा अंडरवियर रह गया था. मेरे अंडरवियर में मेरा लौड़ा पूरा टाइट होकर रॉड के जैसा तना हुआ दिख रहा था जिसमें झटके लग रहे थे.
मामी एकटक मेरे लंड पर ही नजर गड़ाये हुए थी. वो लंड की काफी प्यासी लग रही थी. तभी वो एकदम से उठी और उसने मेरे अंडरवियर पर हाथ रख दिया और मेरे लंड को सहलाने लगी. वो उसकी गोलाई पर हाथ फिरा रही थी. उसकी लम्बाई को नापने की सी कोशिश कर रही थी.
फिर उसने झटके से मेरे अंडरवियर को नीचे कर दिया और मेरा मोटा लम्बा लंड बाहर आकर फड़फड़ाने लगा. मामी ने मेरे लंड को हाथ में भर कर उसके टोपे को चूम लिया और फिर अगले ही पल उसको मुंह में भर लिया. मेरी तो आह्ह निकल गयी. मामी के मुंह में लंड जाते ही ऐसा लगा जैसे जन्नत है ये.
मामी जोर जोर से मेरे लंड को चूसने लगी. मैं भी आह आह आह करने लगा और साथ ही साथ मामी की चूचियों को दबाने लगा. मामी बहुत बुरी तरीके से मेरे लंड को चूसे जा रही थी. ऐसा लग रहा था कि जैसे उन्होंने जिन्दगी में कभी लंड देखा ही न हो, लेने की तो बात ही दूर हो जैसे.
मुझे बहुत ज्यादा उत्तेजना हो रही थी और जिस स्पीड से मामी मेरे लंड पर चोपें मार रही थी उससे लग रहा था कि मैं पांच मिनट से ज्यादा नहीं टिक पाऊंगा. इसलिए मैंने मामी को रोक दिया और उनकी नाइटी उतारने लगा.
नीचे से मामी ने कुछ भी नहीं पहना हुआ था. मैं तो उन्हें देख कर पागल सा हो गया और उनके चूचों को चूसने लगा और एक हाथ से दबाने लगा। मैं उन्हें बुरी तरह चूस रहा था.
तभी उन्होंने मुझे रोका- पहली बार चूत चुदाई कर रहा है क्या?
मैं- हाँ.
मामी- तो फिर मेरी जान … आराम से कर ना! न तो मैं कहीं भागी जा रही हूँ और न तेरी ही ट्रेन छूट रही है।
मैंने उनके चूचों को आराम से पीना शुरू कर दिया और मामी भी आहें भरने लगी- आहह … ह्म्म्म … ऐसे ही चूस्स … और चूस्स … हाँ ऐसे ही म्ममा … आ…आ आहाह अहह आ
ऐसे करते हुए मामी मस्त हो गयी.
अब मैं उनके पेट को चूमता हुआ नाभि से होता हुआ उनकी चूत पर आ गया. उनकी चूत बिल्कुल क्लीन शेव थी. उन्होंने जैसे रात में ही अपनी झांटें साफ की हों। मैंने उनकी चूत के होंठों को अलग किया और अपने होंठों से ऐसे चूसने लगा जैसे किसी के होंठों को चूसते हैं.
ऐसा करने से मामी का हाल और भी ज्यादा बुरा होने लगा. वो अपनी सिसकारियों पर अब काबू रख ही नहीं पा रही थी और सिसकारते हुए मुझे गालियां तक देने लगी- आहह … अअअअ … सस्स … आहह … चूस … भोसड़ी के … आह्ह खाजा मेरी चूत को … ओह्ह … आई मा. प्यास बुझा दे इसकी कमीने. ये कई सालों से प्यासी है.
मामी की चूत इतनी गर्म हो गयी थी कि उनकी चूत से उत्तेजना में पानी ही पानी निकल रहा था. ऐसा लग रहा था कि मामी की चूत जैसे लीक हो गयी हो.
तभी मामी ने अचानक मेरा सिर पकड़ कर मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मेरे होंठों को चूसने लगी. मामी मेरे होंठों को अब कुछ ज्यादा ही जोश में काट रही थी. ऐसा लग रहा था कि दांत से काट कर खा ही जायेगी मेरे होंठों को वह.
मैंने बड़ी मुश्किल से मामी की उत्तेजना के वेग से खुद को छुड़ाया और उठ कर बुरी तरह से हांफने लगा.
मामी ने फिर से मुझे पकड़ कर खींच लिया और मेरी गर्दन और छाती को चूमने और चूसने लगी.
वो बोली- अब चोद भी दे मेरी जान … और कितना इंतजार करवायेगा मेरी प्यासी चूत को लंड का सुख देने के लिए?
मैंने वैसा ही किया. मैं उठा और मेरे लौड़े को उनकी चूत पर फिराने लगा वो और तड़प गयी।
मामी- मादरचोद और मत तड़पा. मुझसे नहीं बर्दाश्त नहीं हो रहा है. चोद दे मुझे. देख नहीं रहा है कि मेरी चूत कैसे जल रही है! इसकी हालत पर तरस नहीं आ रहा क्या तुझे रंडी की औलाद? चोद दे इसको, चोद चोद कर फाड़ दे. जल्दी अंदर डाल कुत्ते!
मैंने अपने लंड को उनकी चूत के छेद पर रखा और जोर लगाया. मेरे लंड का टोपा अंदर चला गया. मामी इतने में ही बेचैन हो गयी और मुझसे बोली- जान … थोड़ा आराम से डाल, काफी टाइम से मेरी चूत ने लंड का स्वाद नहीं चखा है. इसकी चुदाई नहीं हुई है इसलिए ज्यादा ताकत नहीं झेल पायेगी.
मामी के कहने पर मैंने धीरे धीरे जोर लगाया और आहिस्ता आहिस्ता अपना पूरा लंड उनकी चूत में उतार दिया.
उनको दर्द तो हुआ लेकिन उतना नहीं जितना कि एक ही झटके में डालने से हो जाता. मैंने बड़े ही आराम से लंड को अंदर डाला था.
लंड को अंदर डाल कर मैं मामी के ऊपर ही लेट गया और उनकी चूचियों में मुंह दे दिया. मैं इस पल का आनंद लेना चाहता था. पहली बार मेरा लंड किसी चूत में अंदर जाकर इस तरह से आराम कर रहा था. मामी भी मेरे बालों को सहला सहला कर मुझे प्यार कर रही थी और मुझे चूम रही थी.
लेटे लेटे मामी की चूत ने मेरे लंड को अपने अंदर बड़ी ही सुगमता से एडजस्ट कर लिया. ऐसा लगा कि जैसे मामी की चूत मेरे ही लंड के लिये बनी हुई हो.
उसके बाद मामी नीचे से गांड को उठाने लगी. यह उनका इशारा था कि अब शुरू हो जाओ. मैंने मामी की चूत की चुदाई शुरू कर दी. मैं पहले धीरे धीरे धक्के लगाने लगा.
मामी को मजा आने लगा. वो मादक सिसकारियां ले रही थी और मजे से बोले जा रही थी- अह्ह आह्ह आह्ह जोर से … मेरी जान. … थोड़ा तेज चोद… आह्ह … फंसा दे ना लंड को मेरे प्यारे.. मेरी चूत की चुदास निकाल दे… मेरी जान.. आह्ह चोदता रह।
उनकी ऐसी कामुक बातें सुन कर मेरी स्पीड अपने आप ही बढ़ने लगी थी. मैं तेजी से चोदने लगा.
अब मामी के सीत्कार भी तेज हो गये- आह्ह चोद भोसड़ी के… चोद दे बुरी तरह मुझे, आह्ह फाड़ मेरी चूत को, आह्ह ऐसे ही फाड़… चोद… और तेजी से चोद।
मैं पूरी स्पीड में चोदने लगा और कुछ ही पल के बाद मामी मुझसे लिपटने लगी. उसकी चूत ने मेरे लंड को जैसे अंदर खींच लिया और कस लिया. मामी की चूत से गर्म गर्म पानी निकल कर मेरे लंड को भिगोने लगा. मामी मुझे कस कर पकड़े रही और फिर ढीली हो गयी.
मैंने फिर से उसकी चूत में धक्के लगाने शुरू किये. अब चूत से पच-पच की आवाज आने लगी. पूरा रूम पच-पच की ध्वनि से गूंजने लगा. मैं पूरी स्पीड में मामी की चूत को रौंदने लगा. दस मिनट के बाद मामी एक बार फिर से झड़ गयी.
हमारी चुदाई को चलते हुए 20 मिनट के लगभग हो गये थे. इस बीच मामी अब तीसरी बार झड़ने वाली थी. अब मैं भी किसी भी पल खाली होने वाला था. मैंने तेजी से तीन चार धक्के लगाये और मामी के ऊपर लेट कर उनके होंठों को पीते हुए बुरी तरह से चूसने काटने लगा.
मैं बोला- मैं आने वाला हूं मामी, कहां निकालना है?
वो बोली- तू कहां निकालना चाहता है?
मैंने कहा- आपको पिलाना चाहता हूं.
मामी- तो उठ फिर.
उठते हुए मेरा लंड मामी की चूत से बाहर आ गया. जैसे ही मैं उठा मामी ने मुंह खोल दिया और मैंने लंड को मामी के मुंह में दे दिया. मामी चूसने लगी और जोर जोर से टोपे को चूसते हुए पूरे लंड को गले तक उतारने लगी.
फिर दो चार धक्कों के बाद ही मेरा लावा मामी के मुंह में गिरने लगा.
मामी मेरे माल को अंदर अंदर ही पी गयी. जब तक मेरे लंड से एक एक बूंद निचोड़ न ली, तब तक मामी ने लंड को चूसना बंद नहीं किया.
पूरा निचोड़ने के बाद मेरे लंड को मुंह से निकाला और चाट चाट कर उसको पूरा साफ कर दिया. वो अपनी जीभ निकाल निकाल कर उस पर लगा हुआ मेरा माल मुझे दिखा रही थी.
उसके बाद मैं उनके ऊपर ही लेट कर सो गया. वो मुझे सहलाती रही.
जब मेरी आंख खुली तो मामी वहां पर नहीं थी. इस तरह से मामी के साथ चुदाई की पहली शुरूआत हुई.
अब तो लगने लगा था कि जैसे मामी के पति मामा नहीं बल्कि मैं ही हूं. उनका बेटा भी मुझे अपना ही लगने लगा था.
दोस्तो, ये थी मेरी पहली सेक्स स्टोरी, जो मेरी मामी की चूत चुदाई की एक सच्ची घटना पर आधारित थी. आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी? मुझे अपने कमेंट्स में जरूर बतायें. इसके अलावा आप कहानी पर नीचे कमेंट करके भी अपनी राय दे सकते हैं. और सेक्स विडियो और new कहानी पढने के लिये telegram ग्रुप join कर सकते है.
I was staying at my maternal uncle’s house. One night Mast Hindi Story Sex Story Reader I was beating my mouth. A loud voice came from the maternal uncle’s room. If I met my aunt the next day…
My dear friends, my name is Vijay and I am from Dehradun. I am 24 years old and I am handsome in appearance. My length is 6 feet. The size of my LND is normal and the thickness is also normal so that I can make any girl, sister-in-law and aunt happy. I do not take much time of you but I come directly to the story FUN xxx ki Kahani.
This thing is done when I do my B.Sc. Was looking for a job after completing his studies. I got a job in Delhi and had to come to Delhi.
I also have an uncle in Delhi. Mama said that you stay here with me.
On the advice of maternal uncle, my family started speaking the same. I came to Delhi the very next day. On reaching maternal uncle’s house, maternal uncle opened the gate. She was very happy to see me and brought me to sit in the room with tea and so on. Then uncle too came. He started talking to me FUN xxx ki Kahani.
Friends, my maternal uncle also has a son who studies in third grade. After talking for a while, I lay down on the bed to rest and I fell asleep. When I woke up, my maternal uncle’s son also came from school, so I started playing with him FUN xxx ki Kahani.
It was night time while playing with my maternal uncle’s son and we started eating. We all started eating food. When I saw that the maternal uncle was not eating, I asked my aunt where are the uncles?
So Mami told that they come late till 10-11 pm FUN xxx ki Kahani.
Friends, my maternal uncle has his own company, so he is more busy in the work of the company there.
Me and aunt kept talking here and there.
Mami asked when is your joining?
I – Aunt is from Monday.
Mami- Well, it is still 3 days later FUN xxx ki Kahani.
I yes yes
Mami- And tell me how is everyone at home?
Me- Everyone is good there.
Then after two or four things like this, we went to sleep in our own room. My room was equal to Mami’s room.
I could not sleep because I slept during the day. Being bored, I started reading stories on Mast Hindi Story as usual. My good time was passed by reading sexy and hot Hindi stories on Mast Hindi Story FUN xxx ki Kahani.
While reading the sex story, I was shaking my cock with my hand. I was having fun reading the story, hitting the mouth and moving it while rubbing the cocks, the room was completely dark FUN xxx ki Kahani.
Then at 11 o’clock the maternal uncle also came. He was preparing to sleep in his room after having food and then some voices started coming from his room as if he was threatening someone. I did not pay attention to them and slept after killing FUN xxx ki Kahani.
I woke up at 5 in the morning and thought that I would roam on the terrace above. So I went upstairs. Going upstairs, I saw Mami walking around in her light red color.
Sorry friends, I forgot to tell you about my aunt. My aunt is 28 years old and she looks very attractive to watch. I do not know much about the size, but his feet are very thick and the ass is too far behind. If anyone sees them once, then they must be forced to kill FUN xxx ki Kahani.
In this way, I got mad after seeing them in nighty. His night was up to his knees and it was raining.
I handled myself and went to them.
Me- Good morning aunty!
Mami (angrily) – Good morning FUN xxx ki Kahani.
Me- What happened aunt, are you angry?
I asked with much love.
Mami kept quiet, she did not say anything.
Me – tell me my mother, why are you showing tantrums like girls?
Mami smiled and said- Why am I not a girl FUN xxx ki Kahani.
I said with a smile – yes, but you are married now.
Mami stopped me in the middle and said- Yes, that is what everyone feels that I am married, but now I do not realize at all that I have been married FUN xxx ki Kahani.
Keeping a hand on his shoulder, I said – what happened man, why are you so upset? You can tell me as your friend. You can trust me.
She said – Vijay, you must know what a woman wants from her husband.
I said – I did not understand anything what you mean, what is required?
Mami- Then what hour will you understand my problem FUN xxx ki Kahani.
I will understand if you tell me, will you not?
Mamie- When you don’t know anything, what should I explain to you? Come on, tell me what is sex? Do you know who is called Chudai?
I know yes.
Scolding aunt said – So Bhosdichand, how do you not know what a woman wants from her husband?
Me- because I wanted to hear from your mouth FUN xxx ki Kahani.
Mami- Listen, your maternal uncle will have me three or four times in the last one year. Man I also want LND, I am also a woman. I also have needs. He is 10 years older than me. He does not feel much to do anything now. Now you tell me where should I go, what should I do and with whom FUN xxx ki Kahani.
I hmm, the problem is aunt.
I put his head on my shoulder and caressed it.
Mami- Yer Vijay, I want a boyfriend who wants me.
Me- who you FUN xxx ki Kahani.
Mami (blushing) – that can satisfy me. Be someone like you or you, the matter of the house will remain in the house and no one will know and I will not have to go anywhere.
I was also quite surprised that Mami is giving me an open invitation to fuck me. But somewhere I also wanted to fuck aunty. That is why the situation was in my favor. When a sexy woman like Mami in front, who is thirsty for cocks, who can deny her FUN xxx ki Kahani.
When I was invited, I saw nothing and started sucking on Aunt’s lips. I started kissing them with great enthusiasm. The first was sex, so the excitement was completely gone.
But Mami stopped me and said- Hurrying down, started right here. Come on down, let’s go to your room. Anyone will see here.
We both got up and went down FUN xxx ki Kahani.
I closed the door and broke on Mami. Mami was also feeling thirsty for a long time and she jumped up and climbed into my dock as if a child climbed into her mother’s lap. He wrapped both his legs from my waist and started sucking and biting my lips badly FUN xxx ki Kahani.
Mami was very thirsty and I was a young boy. So Mami wanted to leave no stone unturned to calm her thirst. I was also supporting them. He was sucking his tongue inside his mouth FUN xxx ki Kahani.
Then I dropped Mami on the bed and quickly removed my clothes. Only my underwear was left on my body. My Aloda looked tight like a rod in my underwear, which was jerking.
Auntie was eyeing my cock. She seemed quite thirsty for cocks. Then she immediately woke up and put her hand on my underwear and started caressing my cock. She was turning her hand to his circle. He was trying to measure his length FUN xxx ki Kahani.
Then he jerked my underwear down and started flapping my thick long cocks out. Mami filled my cock in her hand and kissed her head and then the next moment she filled it in her mouth. I sighed As soon as the cocks in Mami’s mouth, it felt like this is heaven FUN xxx ki Kahani.
Mami started sucking my cock loudly. I also started doing ah ah ah and simultaneously started suppressing aunt’s aunt. My aunt was sucking my cock very badly. It seemed as if he had never seen a cock in his life, the matter of taking it should be far away FUN xxx ki Kahani.
I was getting very excited and the speed with which my aunt was chomping on my cock, it seemed that I would not be able to last more than five minutes. So I stopped Mami and started removing her nighty.
Mami was not wearing anything from below. Seeing them, I got mad and started sucking his hips and pressing with one hand. I was sucking them badly FUN xxx ki Kahani.
That is when he stopped me – what is pussy fucking for the first time?
I – Yes.
Mami- Then my life… do it easy! Neither I am running away nor your train is missing.
I started drinking her nipples comfortably and aunt also started sighing – Ahhhh… hmmm… like that chus… and chus… yes like mmmma… come… aaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaa
While doing this, aunt became cool FUN xxx ki Kahani.
Now I came to his pussy, kissing his stomach and going through the navel. His pussy was absolutely clean shave. Just like they cleaned their flags at night. I separated her pussy lips and started sucking from her lips as if sucking someone’s lips FUN xxx ki Kahani.
By doing this, Mamie’s condition started getting worse. She could not control her siskar now and started giving me abuses while sobbing – Ahhh… aaaa… sss… ahhh… suck… of Bhosari… ahhh khaja my pussy ko… ohhh… I ma. Let the thirst quench its bastard. She has been thirsty for many years FUN xxx ki Kahani.
Mami’s pussy was so hot that water was coming out of her pussy in excitement. It seemed as if Mami’s pussy had leaked.
Then Mamie suddenly grabbed my head and pulled me over her and started sucking my lips. My aunt was biting my lips a little too much. It seemed that she would eat my lips with a bite FUN xxx ki Kahani.
I freed myself from the pain of Mami’s excitement with great difficulty and got up and started to gasp badly.
Mami again grabbed me and pulled and started kissing and sucking my neck and chest FUN xxx ki Kahani.
She said- Now give Chod my life… and how much will you wait for my thirsty pussy to give you the pleasure of cocks?
I did the same. I woke up and began to turn my Alore on her pussy and she yearned FUN xxx ki Kahani.
Mami – craving madderchod and opinion. I can not stand it Give me Chod Can’t see how my pussy is burning! You are not feeling sorry for its condition, do you have mortgages? Give it to you, fuck it and tear it. Put the dog in early!
I put my cock on her pussy hole and put it hard. The hat of my cock went inside. My aunt got restless in this and said to me – darling… put some comfort, my pussy has not tasted cocks for a long time. It has not been fuck, so it will not be able to withstand much strength FUN xxx ki Kahani.
At the behest of Mami, I slowly pushed and slowly removed my whole cock in her pussy.
He was in pain but not as much as it would have been in a single stroke. I inserted the cocks very comfortably.
After putting the cocks inside, I lay down on my aunt and gave her mouth in her titties. I wanted to enjoy the moment. For the first time my cock was going inside a pussy and relaxing in this way. Mami was also caressing my hair and loving me and kissing me FUN xxx ki Kahani.
Latte aunty’s pussy adjusted my cock with great ease inside me. It felt like my aunt’s pussy was made for my cock.
After that Mami started lifting the ass from below. It was his gesture to start now. I started fucking aunty’s pussy. I first started to push slowly.
Mami started having fun. She was taking alcoholic cigarettes and was speaking out of fun- Ahhhhhhhhhh loudly… my darling. … A little faster fuck… ahhh… don’t trap me cocks my dear .. remove my pussy chudas… my darling… Ahhhh FUN xxx ki Kahani.
After listening to such erotic things, my speed started increasing on its own. I started fucking fast.
Now Mami’s hospitality also intensified – Ahhhh Chod Bhosdi’s… give me badly, ahhh tear my pussy, ahhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh … Chod… and fast Chod.
I started fucking at full speed and after a few moments aunt started hugging me. Her pussy pulled my cock inside and tightened it. Hot water came out from aunt’s pussy and started soaking my cock. Mami was holding me tightly and then came loose FUN xxx ki Kahani.
I started banging her pussy again. Now the voice of digested from the pussy started coming. The whole room began to resonate with the sound of pooch. I started trampling Aunt’s pussy at full speed. After ten minutes Mami once again collapsed FUN xxx ki Kahani.
It was almost 20 minutes while walking to our fuck. Meanwhile, Mami was now going to fall for the third time. Now I was going to be empty any moment. I fast three to four blows and lying on top of her lips while drinking, started sucking badly FUN xxx ki Kahani.
I said – I’m going to come, Auntie, where to get out?
That quote – where do you want to get out?
I said – I want to make you drink.
Aunt – Then wake up again.
While getting up my cock came out of aunty’s pussy. As soon as I got up, Auntie opened her mouth and I gave the cocks to her aunt’s mouth. Mamie started sucking and sucking the top very loudly and started stroking all the cocks till her throat FUN xxx ki Kahani.
Then after two four bumps, my lava started falling in Mami’s mouth.
Aunty drank my goods inside. Mami did not stop sucking cocks until I squeezed every drop from my cock.
After squeezing completely, I took my cock out of my mouth and licked it and cleaned it completely. She was showing me her material by putting her tongue out.
After that I lay down and slept on them. She kept caressing me FUN xxx ki Kahani.
When my eyes opened, aunt was not there. This is how Chudai first started with Mami.
Now it seemed as if I am not the maternal uncle of the maternal uncle, but me. His son also started feeling like me.
मेरे प्रिय दोस्तो, मेरा नाम विजय है और मैं देहरादून का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 24 साल है और मैं दिखने में हैंडसम हूं. मेरी लंबाई 6 फीट है. मेरे लण्ड का साइज़ सामान्य है और मोटाई भी सामान्य है जिससे मैं किसी भी लड़की, भाभी और आंटी को खुश कर सकता हूँ। आप लोगों का ज्यादा समय न लेते हुए मैं सीधा कहानी पर आता हूँ।
ये बात तब की है जब मैं अपनी बी.एस.सी. की पढ़ाई पूरी करके जॉब की तलाश कर रहा था. मुझे जॉब दिल्ली में मिली और मुझे दिल्ली आना पड़ा.
दिल्ली में ही मेरा एक मामा भी रहता है. मामा ने बोला कि तू यहीं मेरे पास रह लेना।
मामा की सलाह पर मेरे घर वाले भी यही बोलने लगे। मैं अगले दिन ही दिल्ली आ गया। मामा के घर पहुँचा तो मामी ने गेट खोला. वो मुझे देख कर बहुत खुश हुई और मुझे अंदर रूम में बैठा कर चाय वगैरह लेकर आई. तभी मामा भी आ गए. वो मुझसे बातें करने लगे.
दोस्तो, मेरे मामा का एक बेटा भी है जो तीसरी कक्षा में पढ़ता है. थोड़ी देर बातें करने के बाद मैं आराम करने के लिए बेड पर लेट गया और मुझे नींद आ गयी। जब सो कर उठा तो मामा का बेटा भी स्कूल से आ गया था तो मैं उसके साथ खेलने लगा.
मामा के बेटे के साथ खेलते खेलते रात हो गयी और हमारा खाना लग गया. हम सब खाना खाने लगे। मैंने देखा कि मामा खाने पर नहीं थे तो मैंने मामी से पूछा कि मामा किधर हैं?
तो मामी ने बताया कि वो लेट ही आते हैं 10-11 बजे तक।
दोस्तो, मेरे मामा की खुद की कम्पनी है तो वो ज्यादा वहीं पर कंपनी के काम में ही बिजी रहते हैं।
मैं और मामी इधर उधर की बातें करते रहे.
मामी ने पूछा कि तेरी जोइनिंग कब है?
मैं- मामी सोमवार से है।
मामी- अच्छा तो अभी तो 3 दिन बाद है।
मैं- हाँ जी.
मामी- और बता घर में सब कैसे हैं?
मैं- वहाँ तो सब अच्छे हैं।
फिर ऐसे ही दो चार बातें करके हम अपने अपने रूम में सोने के लिए चले गए। मेरा रूम मामी के रूम की बराबर में ही था।
मुझे नींद नहीं आ रही थी क्योंकि मैं दिन में सो गया था. बोर होने के कारण मैं रोज की तरह Mast Hindi Story पर कहानियां पढ़ने लगा. Mast Hindi Story पर सेक्सी और गर्म हिन्दी कहानियां पढ़कर मेरा अच्छा टाइम पास हो जाया करता था.
सेक्स कहानी पढ़ते हुए मैं अपने लंड को हाथ में लेकर हिला रहा था. मुझे मजा आ रहा था कहानी पढ़ते हुए मुठ मारने में और लंड को रगड़ते हुए हिलाने में, रूम में पूरा अंधेरा था.
11 बजे फिर मामा भी आ गए. वो खाना खा कर अपने रूम में सोने की तैयारी कर रहे थे कि तभी उनके रूम में से कुछ आवाजें आने लगीं जैसे वो किसी को धमका रहे हों। मैंने उन पर ध्यान नहीं दिया और मुठ मार कर सो गया।
मैं रोज की तरह सुबह 5 बजे उठा और सोचा कि ऊपर छत पर घूम लेता हूँ. तो मैं ऊपर चला गया। ऊपर जाकर मैंने देखा कि मामी अपनी लाल रंग की हल्की सी नाईटी में घूम रही हैं।
माफ करें दोस्तो, मैं आपको अपनी मामी के बारे में बताना तो भूल ही गया. मेरी मामी की उम्र 28 साल है और वो देखने में बहुत ही ज्यादा आकर्षक लगती है। मुझे साइज़ की तो ज्यादा जानकारी नहीं है पर उनके चूचे बहुत मोटे हैं और गांड भी बहुत पीछे निकली हुई है. कोई भी उन्हें एक बार देख ले तो जरूर मुठ मारने पर मजबूर हो जाये.
इस तरह नाइटी में उन्हें देख कर मैं पागल सा हो गया। उनकी नाइटी घुटनों तक ही थी और ऊपर से बरसात का मौसम हो रहा था।
मैंने जैसे-तैसे खुद को संभाला और उनके पास गया।
मैं- गुड मॉर्निंग मामी!
मामी (गुस्से में)- गुड मॉर्निंग!
मैं- क्या हुआ मामी, आप गुस्से में हो?
बहुत ही प्यार से मैंने पूछा.
मामी चुप रही, उन्होंने कुछ नहीं बोला।
मैं- यार मामी बताओ ना, क्यूं लड़कियों की तरह नखरे दिखा रही हो?
मामी मुस्कराई और बोली- क्यूं, मैं लड़की नहीं हूं क्या?
मुस्कराते हुए मैंने कहा- हां, हो तो लेकिन अब शादी हो चुकी है आपकी।
मामी ने मुझे बीच में ही रोकते हुए कहा- हां, यही तो, सबको लगता है कि मेरी शादी हो गयी है लेकिन मुझे अब ये बिल्कुल भी अहसास नहीं होता है कि मेरी शादी हो गयी है।
उनके कंधे पर हाथ रखते हुए मैंने कहा- क्या हुआ यार, आप इतने परेशान क्यूं हो? आप मुझे अपना दोस्त समझ कर ही बता दो. आप मुझ पर भरोसा कर सकते हो.
वो बोली- विजय, तुझे तो पता ही होगा कि एक औरत को क्या चाहिए होता है अपने पति से.
मैंने कहा- मैं कुछ समझा नहीं आपकी बात का मतलब, क्या चाहिए होता है?
मामी- तो फिर तू क्या घंटा समझेगा मेरी प्रॉब्लम!
मैं- अरे आप बताओगी तभी तो समझूँगा ना?
मामी- जब तुझे पता ही कुछ नहीं है तो क्या समझाऊं तुझे मैं? चल अच्छा बता सेक्स क्या होता है जानता है? तू जानता है चुदाई किसे कहते हैं?
मैं- हाँ जानता हूँ।
डांटते हुए मामी बोली- तो भोसड़ीचंद, तुझे ये कैसे नहीं पता कि एक औरत को अपने पति से क्या चाहिए होता है?
मैं- क्यूंकि मैं आपके मुँह से सुनना चाहता था।
मामी- तो सुन, पिछले एक साल में तेरे मामा ने मुझे तीन चार बार ही चोदा होगा। यार मुझे भी चाहिए होता है लण्ड, मैं भी तो औरत हूं. मेरी भी जरूरतें हैं. वो मेरे से उम्र में 10 साल बड़े हैं. उनका अब कुछ करने का ज्यादा मन ही नहीं करता है. अब तू ही बता कि मैं कहां जाऊं, मैं क्या करूं और किसके साथ करूं?
मैं- हम्म, प्रॉब्लम तो है मामी.
मैंने उनके सिर को अपने कंधे पर रख कर सहलाया.
मामी- यार विजय, मुझे एक बॉयफ्रंड चाहिए जो मुझे।
मैं- जो आपको?
मामी (शरमाते हुए)- जो मुझे संतुष्ट कर सके। तुम्हारे जैसा कोई या तुम ही बन जाओ, घर की बात घर में रहेगी और किसी को पता भी नहीं चलेगा और मुझे कहीं बाहर भी नहीं जाना पड़ेगा.
मैं भी काफी हैरान था कि मामी मुझसे चुदने के लिए मुझे खुला आमंत्रण दे रही है. मगर कहीं न कहीं मैं भी मामी की चुदाई करना चाह रहा था. इसलिए हालात तो मेरे ही पक्ष में थे. जब सामने से मामी जैसी सेक्सी औरत जो लंड की प्यासी हो, उसको भला कौन मना कर सकता है!
न्यौता देने पर मैंने आव देखा न ताव और वहीं पर मामी के होंठों को चूसना शुरू कर दिया. मैं उनको जोश जोश में चूमने लगा. पहला सेक्स था इसलिए उत्तेजना एकदम से चढ़ गयी थी.
मगर मामी ने मुझे रोक दिया और बोली- नीचे चल हरामी, यहीं पर ही शुरू हो गया. चल नीचे, तेरे रूम में चलते हैं. यहां तो कोई भी देख लेगा.
हम दोनों उठ कर नीचे चले आये.
मैंने दरवाजा बंद किया और मामी के ऊपर टूट पड़ा. मामी भी बहुत दिनों से प्यासी लग रही थी और वो उछल कर मेरी गोदी में ही चढ़ गयी जैसे कोई बच्चा अपनी मां की गोद में चढ़ जाता है. उन्होंने अपनी दोनों टांगें मेरी कमर से लपेट लीं और बुरी तरह से मेरे होंठों को चूसने और काटने लगीं.
मामी की प्यास बहुत ज्यादा थी और मैं एक जवान लड़का था. इसलिए मामी कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही थी अपनी प्यास को शांत करने में. मैं भी उनका पूरा साथ दे रहा था. उनके मुंह के अंदर तक अपनी जीभ डाल कर चूस रहा था.
फिर मैंने मामी को बेड पर गिरा लिया और जल्दी जल्दी से अपने कपड़े उतार दिये. मेरे बदन पर केवल मेरा अंडरवियर रह गया था. मेरे अंडरवियर में मेरा लौड़ा पूरा टाइट होकर रॉड के जैसा तना हुआ दिख रहा था जिसमें झटके लग रहे थे.
मामी एकटक मेरे लंड पर ही नजर गड़ाये हुए थी. वो लंड की काफी प्यासी लग रही थी. तभी वो एकदम से उठी और उसने मेरे अंडरवियर पर हाथ रख दिया और मेरे लंड को सहलाने लगी. वो उसकी गोलाई पर हाथ फिरा रही थी. उसकी लम्बाई को नापने की सी कोशिश कर रही थी.
फिर उसने झटके से मेरे अंडरवियर को नीचे कर दिया और मेरा मोटा लम्बा लंड बाहर आकर फड़फड़ाने लगा. मामी ने मेरे लंड को हाथ में भर कर उसके टोपे को चूम लिया और फिर अगले ही पल उसको मुंह में भर लिया. मेरी तो आह्ह निकल गयी. मामी के मुंह में लंड जाते ही ऐसा लगा जैसे जन्नत है ये.
मामी जोर जोर से मेरे लंड को चूसने लगी. मैं भी आह आह आह करने लगा और साथ ही साथ मामी की चूचियों को दबाने लगा. मामी बहुत बुरी तरीके से मेरे लंड को चूसे जा रही थी. ऐसा लग रहा था कि जैसे उन्होंने जिन्दगी में कभी लंड देखा ही न हो, लेने की तो बात ही दूर हो जैसे.
मुझे बहुत ज्यादा उत्तेजना हो रही थी और जिस स्पीड से मामी मेरे लंड पर चोपें मार रही थी उससे लग रहा था कि मैं पांच मिनट से ज्यादा नहीं टिक पाऊंगा. इसलिए मैंने मामी को रोक दिया और उनकी नाइटी उतारने लगा.
नीचे से मामी ने कुछ भी नहीं पहना हुआ था. मैं तो उन्हें देख कर पागल सा हो गया और उनके चूचों को चूसने लगा और एक हाथ से दबाने लगा। मैं उन्हें बुरी तरह चूस रहा था.
तभी उन्होंने मुझे रोका- पहली बार चूत चुदाई कर रहा है क्या?
मैं- हाँ.
मामी- तो फिर मेरी जान … आराम से कर ना! न तो मैं कहीं भागी जा रही हूँ और न तेरी ही ट्रेन छूट रही है।
मैंने उनके चूचों को आराम से पीना शुरू कर दिया और मामी भी आहें भरने लगी- आहह … ह्म्म्म … ऐसे ही चूस्स … और चूस्स … हाँ ऐसे ही म्ममा … आ…आ आहाह अहह आ
ऐसे करते हुए मामी मस्त हो गयी.
अब मैं उनके पेट को चूमता हुआ नाभि से होता हुआ उनकी चूत पर आ गया. उनकी चूत बिल्कुल क्लीन शेव थी. उन्होंने जैसे रात में ही अपनी झांटें साफ की हों। मैंने उनकी चूत के होंठों को अलग किया और अपने होंठों से ऐसे चूसने लगा जैसे किसी के होंठों को चूसते हैं.
ऐसा करने से मामी का हाल और भी ज्यादा बुरा होने लगा. वो अपनी सिसकारियों पर अब काबू रख ही नहीं पा रही थी और सिसकारते हुए मुझे गालियां तक देने लगी- आहह … अअअअ … सस्स … आहह … चूस … भोसड़ी के … आह्ह खाजा मेरी चूत को … ओह्ह … आई मा. प्यास बुझा दे इसकी कमीने. ये कई सालों से प्यासी है.
मामी की चूत इतनी गर्म हो गयी थी कि उनकी चूत से उत्तेजना में पानी ही पानी निकल रहा था. ऐसा लग रहा था कि मामी की चूत जैसे लीक हो गयी हो.
तभी मामी ने अचानक मेरा सिर पकड़ कर मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मेरे होंठों को चूसने लगी. मामी मेरे होंठों को अब कुछ ज्यादा ही जोश में काट रही थी. ऐसा लग रहा था कि दांत से काट कर खा ही जायेगी मेरे होंठों को वह.
मैंने बड़ी मुश्किल से मामी की उत्तेजना के वेग से खुद को छुड़ाया और उठ कर बुरी तरह से हांफने लगा.
मामी ने फिर से मुझे पकड़ कर खींच लिया और मेरी गर्दन और छाती को चूमने और चूसने लगी.
वो बोली- अब चोद भी दे मेरी जान … और कितना इंतजार करवायेगा मेरी प्यासी चूत को लंड का सुख देने के लिए?
मैंने वैसा ही किया. मैं उठा और मेरे लौड़े को उनकी चूत पर फिराने लगा वो और तड़प गयी।
मामी- मादरचोद और मत तड़पा. मुझसे नहीं बर्दाश्त नहीं हो रहा है. चोद दे मुझे. देख नहीं रहा है कि मेरी चूत कैसे जल रही है! इसकी हालत पर तरस नहीं आ रहा क्या तुझे रंडी की औलाद? चोद दे इसको, चोद चोद कर फाड़ दे. जल्दी अंदर डाल कुत्ते!
मैंने अपने लंड को उनकी चूत के छेद पर रखा और जोर लगाया. मेरे लंड का टोपा अंदर चला गया. मामी इतने में ही बेचैन हो गयी और मुझसे बोली- जान … थोड़ा आराम से डाल, काफी टाइम से मेरी चूत ने लंड का स्वाद नहीं चखा है. इसकी चुदाई नहीं हुई है इसलिए ज्यादा ताकत नहीं झेल पायेगी.
मामी के कहने पर मैंने धीरे धीरे जोर लगाया और आहिस्ता आहिस्ता अपना पूरा लंड उनकी चूत में उतार दिया.
उनको दर्द तो हुआ लेकिन उतना नहीं जितना कि एक ही झटके में डालने से हो जाता. मैंने बड़े ही आराम से लंड को अंदर डाला था.
लंड को अंदर डाल कर मैं मामी के ऊपर ही लेट गया और उनकी चूचियों में मुंह दे दिया. मैं इस पल का आनंद लेना चाहता था. पहली बार मेरा लंड किसी चूत में अंदर जाकर इस तरह से आराम कर रहा था. मामी भी मेरे बालों को सहला सहला कर मुझे प्यार कर रही थी और मुझे चूम रही थी.
लेटे लेटे मामी की चूत ने मेरे लंड को अपने अंदर बड़ी ही सुगमता से एडजस्ट कर लिया. ऐसा लगा कि जैसे मामी की चूत मेरे ही लंड के लिये बनी हुई हो.
उसके बाद मामी नीचे से गांड को उठाने लगी. यह उनका इशारा था कि अब शुरू हो जाओ. मैंने मामी की चूत की चुदाई शुरू कर दी. मैं पहले धीरे धीरे धक्के लगाने लगा.
मामी को मजा आने लगा. वो मादक सिसकारियां ले रही थी और मजे से बोले जा रही थी- अह्ह आह्ह आह्ह जोर से … मेरी जान. … थोड़ा तेज चोद… आह्ह … फंसा दे ना लंड को मेरे प्यारे.. मेरी चूत की चुदास निकाल दे… मेरी जान.. आह्ह चोदता रह।
उनकी ऐसी कामुक बातें सुन कर मेरी स्पीड अपने आप ही बढ़ने लगी थी. मैं तेजी से चोदने लगा.
अब मामी के सीत्कार भी तेज हो गये- आह्ह चोद भोसड़ी के… चोद दे बुरी तरह मुझे, आह्ह फाड़ मेरी चूत को, आह्ह ऐसे ही फाड़… चोद… और तेजी से चोद।
मैं पूरी स्पीड में चोदने लगा और कुछ ही पल के बाद मामी मुझसे लिपटने लगी. उसकी चूत ने मेरे लंड को जैसे अंदर खींच लिया और कस लिया. मामी की चूत से गर्म गर्म पानी निकल कर मेरे लंड को भिगोने लगा. मामी मुझे कस कर पकड़े रही और फिर ढीली हो गयी.
मैंने फिर से उसकी चूत में धक्के लगाने शुरू किये. अब चूत से पच-पच की आवाज आने लगी. पूरा रूम पच-पच की ध्वनि से गूंजने लगा. मैं पूरी स्पीड में मामी की चूत को रौंदने लगा. दस मिनट के बाद मामी एक बार फिर से झड़ गयी.
हमारी चुदाई को चलते हुए 20 मिनट के लगभग हो गये थे. इस बीच मामी अब तीसरी बार झड़ने वाली थी. अब मैं भी किसी भी पल खाली होने वाला था. मैंने तेजी से तीन चार धक्के लगाये और मामी के ऊपर लेट कर उनके होंठों को पीते हुए बुरी तरह से चूसने काटने लगा.
मैं बोला- मैं आने वाला हूं मामी, कहां निकालना है?
वो बोली- तू कहां निकालना चाहता है?
मैंने कहा- आपको पिलाना चाहता हूं.
मामी- तो उठ फिर.
उठते हुए मेरा लंड मामी की चूत से बाहर आ गया. जैसे ही मैं उठा मामी ने मुंह खोल दिया और मैंने लंड को मामी के मुंह में दे दिया. मामी चूसने लगी और जोर जोर से टोपे को चूसते हुए पूरे लंड को गले तक उतारने लगी.
फिर दो चार धक्कों के बाद ही मेरा लावा मामी के मुंह में गिरने लगा.
मामी मेरे माल को अंदर अंदर ही पी गयी. जब तक मेरे लंड से एक एक बूंद निचोड़ न ली, तब तक मामी ने लंड को चूसना बंद नहीं किया.
पूरा निचोड़ने के बाद मेरे लंड को मुंह से निकाला और चाट चाट कर उसको पूरा साफ कर दिया. वो अपनी जीभ निकाल निकाल कर उस पर लगा हुआ मेरा माल मुझे दिखा रही थी.
उसके बाद मैं उनके ऊपर ही लेट कर सो गया. वो मुझे सहलाती रही.
जब मेरी आंख खुली तो मामी वहां पर नहीं थी. इस तरह से मामी के साथ चुदाई की पहली शुरूआत हुई.
अब तो लगने लगा था कि जैसे मामी के पति मामा नहीं बल्कि मैं ही हूं. उनका बेटा भी मुझे अपना ही लगने लगा था.
दोस्तो, ये थी मेरी पहली सेक्स स्टोरी, जो मेरी मामी की चूत चुदाई की एक सच्ची घटना पर आधारित थी. आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी? मुझे अपने कमेंट्स में जरूर बतायें. इसके अलावा आप कहानी पर नीचे कमेंट करके भी अपनी राय दे सकते हैं. और सेक्स विडियो और new कहानी पढने के लिये telegram ग्रुप join कर सकते है.
Read in English
I was staying at my maternal uncle’s house. One night Mast Hindi Story Sex Story Reader I was beating my mouth. A loud voice came from the maternal uncle’s room. If I met my aunt the next day…
My dear friends, my name is Vijay and I am from Dehradun. I am 24 years old and I am handsome in appearance. My length is 6 feet. The size of my LND is normal and the thickness is also normal so that I can make any girl, sister-in-law and aunt happy. I do not take much time of you but I come directly to the story FUN xxx ki Kahani.
This thing is done when I do my B.Sc. Was looking for a job after completing his studies. I got a job in Delhi and had to come to Delhi.
I also have an uncle in Delhi. Mama said that you stay here with me.
On the advice of maternal uncle, my family started speaking the same. I came to Delhi the very next day. On reaching maternal uncle’s house, maternal uncle opened the gate. She was very happy to see me and brought me to sit in the room with tea and so on. Then uncle too came. He started talking to me FUN xxx ki Kahani.
Friends, my maternal uncle also has a son who studies in third grade. After talking for a while, I lay down on the bed to rest and I fell asleep. When I woke up, my maternal uncle’s son also came from school, so I started playing with him FUN xxx ki Kahani.
It was night time while playing with my maternal uncle’s son and we started eating. We all started eating food. When I saw that the maternal uncle was not eating, I asked my aunt where are the uncles?
So Mami told that they come late till 10-11 pm FUN xxx ki Kahani.
Friends, my maternal uncle has his own company, so he is more busy in the work of the company there.
Me and aunt kept talking here and there.
Mami asked when is your joining?
I – Aunt is from Monday.
Mami- Well, it is still 3 days later FUN xxx ki Kahani.
I yes yes
Mami- And tell me how is everyone at home?
Me- Everyone is good there.
Then after two or four things like this, we went to sleep in our own room. My room was equal to Mami’s room.
I could not sleep because I slept during the day. Being bored, I started reading stories on Mast Hindi Story as usual. My good time was passed by reading sexy and hot Hindi stories on Mast Hindi Story FUN xxx ki Kahani.
While reading the sex story, I was shaking my cock with my hand. I was having fun reading the story, hitting the mouth and moving it while rubbing the cocks, the room was completely dark FUN xxx ki Kahani.
Then at 11 o’clock the maternal uncle also came. He was preparing to sleep in his room after having food and then some voices started coming from his room as if he was threatening someone. I did not pay attention to them and slept after killing FUN xxx ki Kahani.
I woke up at 5 in the morning and thought that I would roam on the terrace above. So I went upstairs. Going upstairs, I saw Mami walking around in her light red color.
Sorry friends, I forgot to tell you about my aunt. My aunt is 28 years old and she looks very attractive to watch. I do not know much about the size, but his feet are very thick and the ass is too far behind. If anyone sees them once, then they must be forced to kill FUN xxx ki Kahani.
In this way, I got mad after seeing them in nighty. His night was up to his knees and it was raining.
I handled myself and went to them.
Me- Good morning aunty!
Mami (angrily) – Good morning FUN xxx ki Kahani.
Me- What happened aunt, are you angry?
I asked with much love.
Mami kept quiet, she did not say anything.
Me – tell me my mother, why are you showing tantrums like girls?
Mami smiled and said- Why am I not a girl FUN xxx ki Kahani.
I said with a smile – yes, but you are married now.
Mami stopped me in the middle and said- Yes, that is what everyone feels that I am married, but now I do not realize at all that I have been married FUN xxx ki Kahani.
Keeping a hand on his shoulder, I said – what happened man, why are you so upset? You can tell me as your friend. You can trust me.
She said – Vijay, you must know what a woman wants from her husband.
I said – I did not understand anything what you mean, what is required?
Mami- Then what hour will you understand my problem FUN xxx ki Kahani.
I will understand if you tell me, will you not?
Mamie- When you don’t know anything, what should I explain to you? Come on, tell me what is sex? Do you know who is called Chudai?
I know yes.
Scolding aunt said – So Bhosdichand, how do you not know what a woman wants from her husband?
Me- because I wanted to hear from your mouth FUN xxx ki Kahani.
Mami- Listen, your maternal uncle will have me three or four times in the last one year. Man I also want LND, I am also a woman. I also have needs. He is 10 years older than me. He does not feel much to do anything now. Now you tell me where should I go, what should I do and with whom FUN xxx ki Kahani.
I hmm, the problem is aunt.
I put his head on my shoulder and caressed it.
Mami- Yer Vijay, I want a boyfriend who wants me.
Me- who you FUN xxx ki Kahani.
Mami (blushing) – that can satisfy me. Be someone like you or you, the matter of the house will remain in the house and no one will know and I will not have to go anywhere.
I was also quite surprised that Mami is giving me an open invitation to fuck me. But somewhere I also wanted to fuck aunty. That is why the situation was in my favor. When a sexy woman like Mami in front, who is thirsty for cocks, who can deny her FUN xxx ki Kahani.
When I was invited, I saw nothing and started sucking on Aunt’s lips. I started kissing them with great enthusiasm. The first was sex, so the excitement was completely gone.
But Mami stopped me and said- Hurrying down, started right here. Come on down, let’s go to your room. Anyone will see here.
We both got up and went down FUN xxx ki Kahani.
I closed the door and broke on Mami. Mami was also feeling thirsty for a long time and she jumped up and climbed into my dock as if a child climbed into her mother’s lap. He wrapped both his legs from my waist and started sucking and biting my lips badly FUN xxx ki Kahani.
Mami was very thirsty and I was a young boy. So Mami wanted to leave no stone unturned to calm her thirst. I was also supporting them. He was sucking his tongue inside his mouth FUN xxx ki Kahani.
Then I dropped Mami on the bed and quickly removed my clothes. Only my underwear was left on my body. My Aloda looked tight like a rod in my underwear, which was jerking.
Auntie was eyeing my cock. She seemed quite thirsty for cocks. Then she immediately woke up and put her hand on my underwear and started caressing my cock. She was turning her hand to his circle. He was trying to measure his length FUN xxx ki Kahani.
Then he jerked my underwear down and started flapping my thick long cocks out. Mami filled my cock in her hand and kissed her head and then the next moment she filled it in her mouth. I sighed As soon as the cocks in Mami’s mouth, it felt like this is heaven FUN xxx ki Kahani.
Mami started sucking my cock loudly. I also started doing ah ah ah and simultaneously started suppressing aunt’s aunt. My aunt was sucking my cock very badly. It seemed as if he had never seen a cock in his life, the matter of taking it should be far away FUN xxx ki Kahani.
I was getting very excited and the speed with which my aunt was chomping on my cock, it seemed that I would not be able to last more than five minutes. So I stopped Mami and started removing her nighty.
Mami was not wearing anything from below. Seeing them, I got mad and started sucking his hips and pressing with one hand. I was sucking them badly FUN xxx ki Kahani.
That is when he stopped me – what is pussy fucking for the first time?
I – Yes.
Mami- Then my life… do it easy! Neither I am running away nor your train is missing.
I started drinking her nipples comfortably and aunt also started sighing – Ahhhh… hmmm… like that chus… and chus… yes like mmmma… come… aaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaa
While doing this, aunt became cool FUN xxx ki Kahani.
Now I came to his pussy, kissing his stomach and going through the navel. His pussy was absolutely clean shave. Just like they cleaned their flags at night. I separated her pussy lips and started sucking from her lips as if sucking someone’s lips FUN xxx ki Kahani.
By doing this, Mamie’s condition started getting worse. She could not control her siskar now and started giving me abuses while sobbing – Ahhh… aaaa… sss… ahhh… suck… of Bhosari… ahhh khaja my pussy ko… ohhh… I ma. Let the thirst quench its bastard. She has been thirsty for many years FUN xxx ki Kahani.
Mami’s pussy was so hot that water was coming out of her pussy in excitement. It seemed as if Mami’s pussy had leaked.
Then Mamie suddenly grabbed my head and pulled me over her and started sucking my lips. My aunt was biting my lips a little too much. It seemed that she would eat my lips with a bite FUN xxx ki Kahani.
I freed myself from the pain of Mami’s excitement with great difficulty and got up and started to gasp badly.
Mami again grabbed me and pulled and started kissing and sucking my neck and chest FUN xxx ki Kahani.
She said- Now give Chod my life… and how much will you wait for my thirsty pussy to give you the pleasure of cocks?
I did the same. I woke up and began to turn my Alore on her pussy and she yearned FUN xxx ki Kahani.
Mami – craving madderchod and opinion. I can not stand it Give me Chod Can’t see how my pussy is burning! You are not feeling sorry for its condition, do you have mortgages? Give it to you, fuck it and tear it. Put the dog in early!
I put my cock on her pussy hole and put it hard. The hat of my cock went inside. My aunt got restless in this and said to me – darling… put some comfort, my pussy has not tasted cocks for a long time. It has not been fuck, so it will not be able to withstand much strength FUN xxx ki Kahani.
At the behest of Mami, I slowly pushed and slowly removed my whole cock in her pussy.
He was in pain but not as much as it would have been in a single stroke. I inserted the cocks very comfortably.
After putting the cocks inside, I lay down on my aunt and gave her mouth in her titties. I wanted to enjoy the moment. For the first time my cock was going inside a pussy and relaxing in this way. Mami was also caressing my hair and loving me and kissing me FUN xxx ki Kahani.
Latte aunty’s pussy adjusted my cock with great ease inside me. It felt like my aunt’s pussy was made for my cock.
After that Mami started lifting the ass from below. It was his gesture to start now. I started fucking aunty’s pussy. I first started to push slowly.
Mami started having fun. She was taking alcoholic cigarettes and was speaking out of fun- Ahhhhhhhhhh loudly… my darling. … A little faster fuck… ahhh… don’t trap me cocks my dear .. remove my pussy chudas… my darling… Ahhhh FUN xxx ki Kahani.
After listening to such erotic things, my speed started increasing on its own. I started fucking fast.
Now Mami’s hospitality also intensified – Ahhhh Chod Bhosdi’s… give me badly, ahhh tear my pussy, ahhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh … Chod… and fast Chod.
I started fucking at full speed and after a few moments aunt started hugging me. Her pussy pulled my cock inside and tightened it. Hot water came out from aunt’s pussy and started soaking my cock. Mami was holding me tightly and then came loose FUN xxx ki Kahani.
I started banging her pussy again. Now the voice of digested from the pussy started coming. The whole room began to resonate with the sound of pooch. I started trampling Aunt’s pussy at full speed. After ten minutes Mami once again collapsed FUN xxx ki Kahani.
It was almost 20 minutes while walking to our fuck. Meanwhile, Mami was now going to fall for the third time. Now I was going to be empty any moment. I fast three to four blows and lying on top of her lips while drinking, started sucking badly FUN xxx ki Kahani.
I said – I’m going to come, Auntie, where to get out?
That quote – where do you want to get out?
I said – I want to make you drink.
Aunt – Then wake up again.
While getting up my cock came out of aunty’s pussy. As soon as I got up, Auntie opened her mouth and I gave the cocks to her aunt’s mouth. Mamie started sucking and sucking the top very loudly and started stroking all the cocks till her throat FUN xxx ki Kahani.
Then after two four bumps, my lava started falling in Mami’s mouth.
Aunty drank my goods inside. Mami did not stop sucking cocks until I squeezed every drop from my cock.
After squeezing completely, I took my cock out of my mouth and licked it and cleaned it completely. She was showing me her material by putting her tongue out.
After that I lay down and slept on them. She kept caressing me FUN xxx ki Kahani.
When my eyes opened, aunt was not there. This is how Chudai first started with Mami.
Now it seemed as if I am not the maternal uncle of the maternal uncle, but me. His son also started feeling like me.