Xxx Sister Chudai Kahani फेसबुक वाली फ्रेंड की चुदाई
हेलो फ्रेंड, तक़रीबन २ साल पहले, मैं फेसबुक पर एक लड़की से मिला और हम लोगो की काफी चैट हुई और हम लोग फ्रेंड बन गये. वो पंजाब में रहती थी और मैं कराची में. फिर अचानक एक ही साल बाद वो लोग कराची शिफ्ट हो गये और मज़े की बात थी, कि उन्होंने लकली घर मेरे आसपास के एरिया में ही लिया था. उसके घर का रास्ता मेरे घर से पैदल ही सिर्फ ७-८ मिनट का था. हमने चैट पर अपने नंबर एक्सचेंज किये और फिर मेसेज और कॉल पर बातें होने लगी. कुछ दिनों में, मैंने महसुस किया, कि मैं उसे प्यार करने लगा हु. पर मुझे उसके खयालातो का नहीं पता था. लेकिन, एक दिन खुद ही उसने मुझे “आई लव यू” बोल दिया, मैंने भी उसे “आई लव यू टू” कहा. फिर यू ही हमारी बातचीत चलती रही और धीरे – धीरे हम लोगो कि बातें रोमेंटिक बातो में बदल गयी और सेक्स पर भी पहुच गयी. आप लोगो को बता दू, कि हम अभी तक एक भी बार मिले नहीं थे. लेकिन, मैंने उसकी पिक देखी थी और उसको मार्किट में भी देखा था. बहुत प्यारी थी. सुंदर बिलकुल अप्सरा जैसी. उसका फिगर ३२-२६-३० था. उसकी हाइट थोड़ी कम थी. उसका नाम था माहीं. फिर हम लोग रोजाना रोमेंटिक और सेक्स की बातें करने लगे. फिर सेक्स भी किया एक – दो बार. जब मैंने उसे मिलने को कहा, तो उसने कहा – कब और कैसे मिलेंगे?
मैंने कहा – तुम सोच लो. मैं कहीं पर भी आ जाऊंगा. फिर उसने कहा – मेरे घर में दिन में कोई नहीं होता है. भाई ऑफिस चले जाते है और अम्मी मार्किट. मैं तुम्हे फ़ोन कर दूंगी. मैंने कहा – ठीक है जानू.. फिर वो दिन आया, जब मैं उसके घर पर गया था. हमने बातें की. हमे डर भी लग रहा था, कि कहीं कोई देख ना ले. फिर मैंने उसे ऑफर किया, कि मैं तुम्हे किस करूँगा. उसने कहा – नहीं, मुझे डर लगता है. मैंने कहा – कुछ नहीं होगा. वो वो मान गयी और वापस आ गया. उसकी अम्मी के वापस आने का वक्त हो गया था. नेक्स्ट टाइम, जब मैं उसके घर गया, तो उसकी माँ पंजाब गयी हुई थी. हम लोगो के अच्छा – खासा टाइम था. मैंने सोचा – चांस है. हिम्मत करूँगा, तो हो जाएगा. फिर मैं उसके घर एंटर हुआ और हम बातें करने लगे. हम बिलकुल साथ ही बैठे हुए थे. एकदम से मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उसको अपने पास खीच लिया. मैंने उसको अपनी लेग्स पर बैठा लिया और उसके फेस को पकड़ कर किस करने लगा. उसने भी आईज बंद कर ली और मैंने उसके बूब्स पर हाथ रख दिया. मैं एक हाथ से उसके बूब्स को सहला रहा था और दुसरे हाथ से उसकी कमर को. वो नशे में गिरने लगी थी मेरे ऊपर. मैं यहीं उसको लेकर लेट गया और उसके लिप को लॉक कर लिया और जोर से चूसने लगा. १० मिनट तक फिर, मैंने उसको बहुत जोर से चूसा और फिर उसको उठाया और नीचे लिटा दिया. मैंने उसके ऊपर आ गया और उसकी नेक पर, बूब्स पर, टम्मी पर किस्सिंग करना चालू कर दिया.
फिर मैंने उसकी शर्ट उतार दी.. हाऐईईईईईइ .. क्या मस्त नज़ारा था… उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ ब्लैक ब्रा में थी वो. मैं तो उस पर एकदम से टूट पड़ा. फिर मैंने उसकी सलवार उतार दी. वो ब्लैक कलर कि नेट वाली पेंटी में थी. चूत साफ़ – साफ़ दिख रही थी.. गोरी-चिट्टी. मेरे तो सब्र का बांध टूट रहा था और मैंने पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया. उसकी अहहाह्हा हहहहहहः ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह निकलने लगी थी और मैंने उसकी ब्रा और पेंटी दोनों उतार दी और अपने कपड़े भी उतार दिए. मेरे फनफनाते हुए लंड को देख कर वो डर गयी और बोली – ये तो बहुत बड़ा है, मोटा है और बहुत ही लम्बा है. कैसे जाएगा अन्दर? मैंने कहा – तुम बस देखती जाओ.. मेरी जान. कैसे जाता है ये अन्दर.. इतना कहा कर मैंने अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया. मैंने कहा – अब इससे हिलाओ और चुसो. वो मना करने लगी. लेकिन, मेरे जिद करने पर वो मान गयी और मेरे लंड को अपने मुह में रख लिया अह्ह्ह्हह्ह हहहहः क्या जन्नत थी! कितना मज़ा आ रहा था. जब वो मेरे लंड को अपने मुह में रख कर चूस रही थी अहह्हहहाहा उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़. मैंने लंड निकाल कर, उसकी टांगो को उठाकर बीच में बैठ गया और चूत पर टच किया. तो वो उछल गयी और कांपती आवाज़ में बोली – उफ्फफ्फ्फ़, क्या चीज़ है ये? मुझे कुछ – कुछ हो रहा है. फिर मैंने चूत को खोला और अन्दर कि तरफ लंड रख कर रब करने लगा. वो मज़े और मस्ती में पागल होने लगी. कभी बालो में हाथ घुमाती, तो कभी अपने बूब्स को नोचने लगती.. थोड़ी देर बाद, उसकी चूत से पानी आने लगा.
वो बोलने लगी – यार, अब अन्दर करो ना.. मेरी जान.. मैंने कहा – हाँ, बस जानू.. अब आयल आ गया ना. अब लंड चूत में आसानी से चले जाएगा. फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत के होल पर टिकाया और एक जोरदार धक्का लगाया. लंड कुछ हद तक अन्दर चले गया. उसने मेरे शोल्डर में नाख़ून गडा दिए और मजबूती से पकड़ लिए. वो चिल्ला रही थी.. बस बस और नहीं करना.. निकालो इसे.. ऊऊऊओह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा मर गयी… मैंने उसके बूब्स को मुह में लेकर चुसना शुरू कर दिया और फिर एक और झटका दिया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ घुस गया. वो चीख मार कर रोने लगी. मैंने रुका नहीं और बस उसको चोदे जा रहा था. वो २ बार झड़ चुकी थी. फिर उसे मज़ा आने लगा था और उसने भी अपनी गांड को हिलाना शुरू कर दिया. वो अपनी गांड को हिलाकर लंड को और अन्दर लेने कि कोशिश कर रही थी. मैंने भी अपनी स्पीड तेज कर दी और कहा जानू ऊऊउ य्य्य्यय्य उम्म्म्मम्म ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ह्ह्हह्ह्ह्ह और वहीँ चूत पर अपना सारा पानी छोड़ दिया. उसको भी सुकून मिला और मैं उससे चिपट गया. फिर कुछ देर बाद उठा और साफ़ किया. कपड़े पहने. उसने कहा – मुझे बहुत दर्द है. मैंने उसको उठाया और बाथरूम में ले गया और उसको वाश किया और कपड़े पहनने में मद्दत की. फिर वो मेरे साथ ही बैठ गयी.
मैंने उसको कहा – बहुत टाइम हो गया. अब मैं चलता हु. मैंने उसको एक पेनकिलर दी और उसको किस करके वहां से निकल गया. फिर मेरी उससे रात में बात हुई, तो उसने बोला – तुमने मेरी चूत पूरी तरह से फाड़ दी है. बहुत दर्द हो रहा है. मैंने उसको कहा – एक और टेबलेट ले लेना और सो जाना. सुबह तक सब ठीक हो जाएगा. फिर, मैंने उसको एक दवाई का नाम बताया और कहा – कल वो ले लेना. बेबी नहीं होगा.. वरना डर ही लगा रहेगा. बस, उस पहली चुदाई के बाद.. तो हम लोगो का चुदाई का सिलसिला चल पड़ा. तो दोस्तों, कैसी लगी मेरी कहानी…. मेरी पहली चुदाई की दास्तान…
मैंने कहा – तुम सोच लो. मैं कहीं पर भी आ जाऊंगा. फिर उसने कहा – मेरे घर में दिन में कोई नहीं होता है. भाई ऑफिस चले जाते है और अम्मी मार्किट. मैं तुम्हे फ़ोन कर दूंगी. मैंने कहा – ठीक है जानू.. फिर वो दिन आया, जब मैं उसके घर पर गया था. हमने बातें की. हमे डर भी लग रहा था, कि कहीं कोई देख ना ले. फिर मैंने उसे ऑफर किया, कि मैं तुम्हे किस करूँगा. उसने कहा – नहीं, मुझे डर लगता है. मैंने कहा – कुछ नहीं होगा. वो वो मान गयी और वापस आ गया. उसकी अम्मी के वापस आने का वक्त हो गया था. नेक्स्ट टाइम, जब मैं उसके घर गया, तो उसकी माँ पंजाब गयी हुई थी. हम लोगो के अच्छा – खासा टाइम था. मैंने सोचा – चांस है. हिम्मत करूँगा, तो हो जाएगा. फिर मैं उसके घर एंटर हुआ और हम बातें करने लगे. हम बिलकुल साथ ही बैठे हुए थे. एकदम से मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उसको अपने पास खीच लिया. मैंने उसको अपनी लेग्स पर बैठा लिया और उसके फेस को पकड़ कर किस करने लगा. उसने भी आईज बंद कर ली और मैंने उसके बूब्स पर हाथ रख दिया. मैं एक हाथ से उसके बूब्स को सहला रहा था और दुसरे हाथ से उसकी कमर को. वो नशे में गिरने लगी थी मेरे ऊपर. मैं यहीं उसको लेकर लेट गया और उसके लिप को लॉक कर लिया और जोर से चूसने लगा. १० मिनट तक फिर, मैंने उसको बहुत जोर से चूसा और फिर उसको उठाया और नीचे लिटा दिया. मैंने उसके ऊपर आ गया और उसकी नेक पर, बूब्स पर, टम्मी पर किस्सिंग करना चालू कर दिया.
फिर मैंने उसकी शर्ट उतार दी.. हाऐईईईईईइ .. क्या मस्त नज़ारा था… उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ ब्लैक ब्रा में थी वो. मैं तो उस पर एकदम से टूट पड़ा. फिर मैंने उसकी सलवार उतार दी. वो ब्लैक कलर कि नेट वाली पेंटी में थी. चूत साफ़ – साफ़ दिख रही थी.. गोरी-चिट्टी. मेरे तो सब्र का बांध टूट रहा था और मैंने पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया. उसकी अहहाह्हा हहहहहहः ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह निकलने लगी थी और मैंने उसकी ब्रा और पेंटी दोनों उतार दी और अपने कपड़े भी उतार दिए. मेरे फनफनाते हुए लंड को देख कर वो डर गयी और बोली – ये तो बहुत बड़ा है, मोटा है और बहुत ही लम्बा है. कैसे जाएगा अन्दर? मैंने कहा – तुम बस देखती जाओ.. मेरी जान. कैसे जाता है ये अन्दर.. इतना कहा कर मैंने अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया. मैंने कहा – अब इससे हिलाओ और चुसो. वो मना करने लगी. लेकिन, मेरे जिद करने पर वो मान गयी और मेरे लंड को अपने मुह में रख लिया अह्ह्ह्हह्ह हहहहः क्या जन्नत थी! कितना मज़ा आ रहा था. जब वो मेरे लंड को अपने मुह में रख कर चूस रही थी अहह्हहहाहा उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़. मैंने लंड निकाल कर, उसकी टांगो को उठाकर बीच में बैठ गया और चूत पर टच किया. तो वो उछल गयी और कांपती आवाज़ में बोली – उफ्फफ्फ्फ़, क्या चीज़ है ये? मुझे कुछ – कुछ हो रहा है. फिर मैंने चूत को खोला और अन्दर कि तरफ लंड रख कर रब करने लगा. वो मज़े और मस्ती में पागल होने लगी. कभी बालो में हाथ घुमाती, तो कभी अपने बूब्स को नोचने लगती.. थोड़ी देर बाद, उसकी चूत से पानी आने लगा.
वो बोलने लगी – यार, अब अन्दर करो ना.. मेरी जान.. मैंने कहा – हाँ, बस जानू.. अब आयल आ गया ना. अब लंड चूत में आसानी से चले जाएगा. फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत के होल पर टिकाया और एक जोरदार धक्का लगाया. लंड कुछ हद तक अन्दर चले गया. उसने मेरे शोल्डर में नाख़ून गडा दिए और मजबूती से पकड़ लिए. वो चिल्ला रही थी.. बस बस और नहीं करना.. निकालो इसे.. ऊऊऊओह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा मर गयी… मैंने उसके बूब्स को मुह में लेकर चुसना शुरू कर दिया और फिर एक और झटका दिया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ घुस गया. वो चीख मार कर रोने लगी. मैंने रुका नहीं और बस उसको चोदे जा रहा था. वो २ बार झड़ चुकी थी. फिर उसे मज़ा आने लगा था और उसने भी अपनी गांड को हिलाना शुरू कर दिया. वो अपनी गांड को हिलाकर लंड को और अन्दर लेने कि कोशिश कर रही थी. मैंने भी अपनी स्पीड तेज कर दी और कहा जानू ऊऊउ य्य्य्यय्य उम्म्म्मम्म ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ह्ह्हह्ह्ह्ह और वहीँ चूत पर अपना सारा पानी छोड़ दिया. उसको भी सुकून मिला और मैं उससे चिपट गया. फिर कुछ देर बाद उठा और साफ़ किया. कपड़े पहने. उसने कहा – मुझे बहुत दर्द है. मैंने उसको उठाया और बाथरूम में ले गया और उसको वाश किया और कपड़े पहनने में मद्दत की. फिर वो मेरे साथ ही बैठ गयी.
मैंने उसको कहा – बहुत टाइम हो गया. अब मैं चलता हु. मैंने उसको एक पेनकिलर दी और उसको किस करके वहां से निकल गया. फिर मेरी उससे रात में बात हुई, तो उसने बोला – तुमने मेरी चूत पूरी तरह से फाड़ दी है. बहुत दर्द हो रहा है. मैंने उसको कहा – एक और टेबलेट ले लेना और सो जाना. सुबह तक सब ठीक हो जाएगा. फिर, मैंने उसको एक दवाई का नाम बताया और कहा – कल वो ले लेना. बेबी नहीं होगा.. वरना डर ही लगा रहेगा. बस, उस पहली चुदाई के बाद.. तो हम लोगो का चुदाई का सिलसिला चल पड़ा. तो दोस्तों, कैसी लगी मेरी कहानी…. मेरी पहली चुदाई की दास्तान…