Alone Girl Nangi Kahani मस्त पंजाबन की चुदाई जयपुर में
हेलो फ्रेंड, आई एम् अमित फ्रॉम जयपुर. मैं आप लोगो के साथ एक अपनी कहानी शेयर करने जा रहा हु. आई हॉप आपको अच्छी लगेगी और अपने मेल्स आयेंगे मेरे पास. दोस्तों, मैं इस स्टोरी में किसी नाम नहीं लिखूंगा. अब मैं आपको अपने बारे में बताता हु. मेरी हाइट ५.८ फिट है और बॉडी फिट है पूरी तरह से और मेरे लंड का साइज़ ६.५ इंच है. तो मुझे जयपुर की एक लड़की ऑनलाइन मिली. वो जयपुर से थी और हॉस्टल में रहती थी. वो किसी गवर्नमेंट जॉब के लिए तैयारी कर रही थी. ३-४ दिन बातें करने के बाद, वो मेरे साथ खुल गयी और उसने मुझसे मेरा नंबर माँगा और मैंने उसे नंबर दे दिया. फिर हम लोगो की फ़ोन पर बातें होने लगी. एकदिन हमने मिलने का प्रोग्राम बनाया और पहली बार हम गर्लफ्रेंड – बॉयफ्रेंड की तरह मिले और कासुअल तरीके से हम साथ में एक मूवी देखने गये और मार करना फ्रेंड, मैं आपको उसके बारे में तो बताना ही भूल गया.
वो एक पंजाबी लड़की थी और आप लोगो को तो पता ही है, पंजाबन की बॉडी फिटिंग कैसी होती है. उसके बूब्स ३४ के थे और दिखने में एकदम मस्त गोरी – चिट्टी थी. मूवी हॉल में मैंने एक पीछे की सीट ली और मूवी थोड़ी निकलने के बाद, एक सेक्सी सीन आया. तो मैंने उसके पैर पर अपना हाथ फेरा. वो तो पहले ही बहुत ज्यादा गरम थी और हाथ लगते ही, मेरी तरफ प्यासी नजरो से देखने लगी. मैंने उसे पकड़ कर अपने पास खीच लिया और किस करना स्टार्ट कर दिया और किस कर कर के मैंने उसे बुरी तरह से लाल कर दिया और अपने एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा. जोर – जोर से बूब्स दबाने से वो एकदम गरम हो गयी और उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और पेंट के ऊपर से हिलाने लगी. मेरा लंड पेंट फाड़ने को तैयार हो रहा था और अपने अपना हाथ उसकी जीन्स में डाला और उसके चूत के दाने को सहलाने लगा. वो हॉल में ही सिस्कारिया लेने लगी.
मैंने अपने आप को कण्ट्रोल किया और पूछा, कि करने का मूड है क्या? वो नहीं बोली, बस मेरी तरफ देखती रही. फिर मैं समझ गया और हम आधी मूवी बीच में छोड़ कर हॉल से बाहर निकल गए. मैंने अपनी बाइक निकाली और सीधा मेरे रूम पर चले गया. मेरा रूम स्पेरेरट है और वहां मकानमालिक की कोई टेंशन ही नहीं है. हम वहां गए और मैंने बाइक अन्दर की और उसे लेकर अन्दर आ गया और अन्दर आते ही वो मुझसे लिपट गयी और किस करने लगी. मैं भी उसे किस कर रहा था और मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और किस करने के साथ – साथ उसके बूब्स दबाने लगा. अब मैं भी आउट ऑफ़ कण्ट्रोल हो चूका था. मैंने उसका टॉप उतार दिया और अब वो मेरे सामने ब्रा में थी. उसने रेड कलर की वाइट डॉट वाली ब्रा पहन रखी थी. जिसमे एकदम मस्त लग रही थी. अब मुझसे भी कण्ट्रोल नहीं हो रहा था, तो मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी और बूब्स चूसने लगा.
वो अब बुरी तरह से सिसकिया ले रही थी अहहहह्हा अहहहः ऊऊह्हह्हह प्लीज फक मी.. प्लीज तो मैंने ज्यादा टाइम वेस्ट ना करते हुए, उसकी जीन्स के बटन खोले और जीन्स भी उतार दी. वो मेरे सामने सिर्फ पेंटी में थी. उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था. उसकी पेंटी पूरी तरह से गीली हो गयी थी. मैंने उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाया और सहलाते हुए, उसकी पेंटी भी उतार दी. फिर मैंने अपनी एक ऊँगली, उसकी चूत में डाल दी और मेरा दिल एकदम खुश हो गया, वो एकदम सील पेक माल थी और उसने पहले कभी सेक्स नहीं किया था. वो मेरी एक ऊँगली भी अपने छेद में बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. मैंने उसे अपना लंड मुह में लेने को बोला, तो उसने मना कर दिया. लेकिन, मेरी जिद पर वो मान गयी और एकदम मस्त जैसे बच्चे लोलीपोप चूसते है, वैसे मेरे लंड को चूसने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. जैसे कि मैं किसी जन्नत में हु और जब वो लंड चूसने लगी, तो फिर मैंने उसे सीधा लिटा कर ६९ पोजीशन में आने को बोला और उसकी चूत चाटने लगा.
उसके मुह में मेरा लंड था और हमने कम से कम २० मिनट तक एक दुसरे के चूत और लंड को चूसा और एकदम गरम हो गए. अब मैंने ज्यादा देर ना करते हुए, उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया, जिससे उसकी चूत मेरे सामने आ गयी और अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक हल्का सा धक्का लगाया. मेरे शॉट से लंड का टोपा तो अन्दर चले गया, लेकिन उसकी चूत बहुत टाइट थी. वो मुझसे कहने लगी, प्लीज इसे बाहर निकालो. मैंने उसे कुछ देर किस किया और बूब्स दबाये. वो जब नार्मल हुई, तो मैंने किस करते हुए एक जोरदार झटका मारा. अब मेरा लंड उसकी चूत कि दिवार को चीरता हुआ, पूरा उसके अन्दर चले गया और वो तो बेहोश हो गयी. तो मैं कुछ देर तक, उसके ऊपर ऐसे ही पड़ा रहा और उसके बूब्स और होठो पर किस करता रहा. वो कुछ १५ मिनट के बाद नार्मल हुई और मैंने अब अपना लंड अन्दर – बाहर करना शुरू किया. उसे थोड़ा दर्द हुआ, बट कुछ देर में तो नार्मल हो गयी.
अब वो अपनी गांड उठा कर मेरा साथ दे रही थी और जोर – जोर से मोअन करने लगी अहहहः अहहहहः अह्ह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा फक मी.. कॉम ओन… मेरी चूत को फाड़ दो.. फक मी हार्ड… मोर हार्ड… अहहहहः अहहहः ऊऊओह्हह्हह .. करीब ३० मिनट तक चुदाई कि और इस दौरान वो ३ बार झड चुकी थी और अब मेरी झड़ने की बारी थी. मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला और सारा माल उसके पेट पर छोड़ दिया. फिर हम दोनों ऐसे ही नंगे, एकदूसरे के चिपके पड़े रहे. मैंने देखा, कि उसका खून सारी चादर पर फेल गया था. उस दिन मैंने उसको सिर्फ १ बार ठोका, क्योंकि उसको दर्द हो रहा था. लेकिन, उसके बाद, मैंने उसको बहुत चोदा और उसकी सिस्टर और फ्रेंड की चुदाई भी की. वो बात फिर कभी..
वो एक पंजाबी लड़की थी और आप लोगो को तो पता ही है, पंजाबन की बॉडी फिटिंग कैसी होती है. उसके बूब्स ३४ के थे और दिखने में एकदम मस्त गोरी – चिट्टी थी. मूवी हॉल में मैंने एक पीछे की सीट ली और मूवी थोड़ी निकलने के बाद, एक सेक्सी सीन आया. तो मैंने उसके पैर पर अपना हाथ फेरा. वो तो पहले ही बहुत ज्यादा गरम थी और हाथ लगते ही, मेरी तरफ प्यासी नजरो से देखने लगी. मैंने उसे पकड़ कर अपने पास खीच लिया और किस करना स्टार्ट कर दिया और किस कर कर के मैंने उसे बुरी तरह से लाल कर दिया और अपने एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा. जोर – जोर से बूब्स दबाने से वो एकदम गरम हो गयी और उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और पेंट के ऊपर से हिलाने लगी. मेरा लंड पेंट फाड़ने को तैयार हो रहा था और अपने अपना हाथ उसकी जीन्स में डाला और उसके चूत के दाने को सहलाने लगा. वो हॉल में ही सिस्कारिया लेने लगी.
मैंने अपने आप को कण्ट्रोल किया और पूछा, कि करने का मूड है क्या? वो नहीं बोली, बस मेरी तरफ देखती रही. फिर मैं समझ गया और हम आधी मूवी बीच में छोड़ कर हॉल से बाहर निकल गए. मैंने अपनी बाइक निकाली और सीधा मेरे रूम पर चले गया. मेरा रूम स्पेरेरट है और वहां मकानमालिक की कोई टेंशन ही नहीं है. हम वहां गए और मैंने बाइक अन्दर की और उसे लेकर अन्दर आ गया और अन्दर आते ही वो मुझसे लिपट गयी और किस करने लगी. मैं भी उसे किस कर रहा था और मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और किस करने के साथ – साथ उसके बूब्स दबाने लगा. अब मैं भी आउट ऑफ़ कण्ट्रोल हो चूका था. मैंने उसका टॉप उतार दिया और अब वो मेरे सामने ब्रा में थी. उसने रेड कलर की वाइट डॉट वाली ब्रा पहन रखी थी. जिसमे एकदम मस्त लग रही थी. अब मुझसे भी कण्ट्रोल नहीं हो रहा था, तो मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी और बूब्स चूसने लगा.
वो अब बुरी तरह से सिसकिया ले रही थी अहहहह्हा अहहहः ऊऊह्हह्हह प्लीज फक मी.. प्लीज तो मैंने ज्यादा टाइम वेस्ट ना करते हुए, उसकी जीन्स के बटन खोले और जीन्स भी उतार दी. वो मेरे सामने सिर्फ पेंटी में थी. उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था. उसकी पेंटी पूरी तरह से गीली हो गयी थी. मैंने उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाया और सहलाते हुए, उसकी पेंटी भी उतार दी. फिर मैंने अपनी एक ऊँगली, उसकी चूत में डाल दी और मेरा दिल एकदम खुश हो गया, वो एकदम सील पेक माल थी और उसने पहले कभी सेक्स नहीं किया था. वो मेरी एक ऊँगली भी अपने छेद में बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. मैंने उसे अपना लंड मुह में लेने को बोला, तो उसने मना कर दिया. लेकिन, मेरी जिद पर वो मान गयी और एकदम मस्त जैसे बच्चे लोलीपोप चूसते है, वैसे मेरे लंड को चूसने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. जैसे कि मैं किसी जन्नत में हु और जब वो लंड चूसने लगी, तो फिर मैंने उसे सीधा लिटा कर ६९ पोजीशन में आने को बोला और उसकी चूत चाटने लगा.
उसके मुह में मेरा लंड था और हमने कम से कम २० मिनट तक एक दुसरे के चूत और लंड को चूसा और एकदम गरम हो गए. अब मैंने ज्यादा देर ना करते हुए, उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया, जिससे उसकी चूत मेरे सामने आ गयी और अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक हल्का सा धक्का लगाया. मेरे शॉट से लंड का टोपा तो अन्दर चले गया, लेकिन उसकी चूत बहुत टाइट थी. वो मुझसे कहने लगी, प्लीज इसे बाहर निकालो. मैंने उसे कुछ देर किस किया और बूब्स दबाये. वो जब नार्मल हुई, तो मैंने किस करते हुए एक जोरदार झटका मारा. अब मेरा लंड उसकी चूत कि दिवार को चीरता हुआ, पूरा उसके अन्दर चले गया और वो तो बेहोश हो गयी. तो मैं कुछ देर तक, उसके ऊपर ऐसे ही पड़ा रहा और उसके बूब्स और होठो पर किस करता रहा. वो कुछ १५ मिनट के बाद नार्मल हुई और मैंने अब अपना लंड अन्दर – बाहर करना शुरू किया. उसे थोड़ा दर्द हुआ, बट कुछ देर में तो नार्मल हो गयी.
अब वो अपनी गांड उठा कर मेरा साथ दे रही थी और जोर – जोर से मोअन करने लगी अहहहः अहहहहः अह्ह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा फक मी.. कॉम ओन… मेरी चूत को फाड़ दो.. फक मी हार्ड… मोर हार्ड… अहहहहः अहहहः ऊऊओह्हह्हह .. करीब ३० मिनट तक चुदाई कि और इस दौरान वो ३ बार झड चुकी थी और अब मेरी झड़ने की बारी थी. मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला और सारा माल उसके पेट पर छोड़ दिया. फिर हम दोनों ऐसे ही नंगे, एकदूसरे के चिपके पड़े रहे. मैंने देखा, कि उसका खून सारी चादर पर फेल गया था. उस दिन मैंने उसको सिर्फ १ बार ठोका, क्योंकि उसको दर्द हो रहा था. लेकिन, उसके बाद, मैंने उसको बहुत चोदा और उसकी सिस्टर और फ्रेंड की चुदाई भी की. वो बात फिर कभी..