Mumbaiya Chut Ko Pata kar Hotel Me Choda

मेरा नाम शैलेश है मैं दिल्ली से हूँ.. मेरी उम्र 21 साल है। मैं एक बार कुछ काम के सिलसिले में मुंबई जाकर रहा था।
वहाँ मुझे एक लड़की मिली थी जिसका नाम अंजलि था, वो करीब 19-20 साल की थी, उससे मेरी अच्छी दोस्ती हो गई थी।
वो बहुत सेक्सी थी.. जब भी मैं उसको जीन्स में देखता.. तो मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता।
हम दोनों को मिले हुए काफ़ी समय हो गया था और मुझे कुछ ही दिन बाद दिल्ली वापस जाना था.. इसलिए मैं जाने से पहले अंजलि को चोदना चाहता था।
एक दिन उसे मैंने मूवी देखने के लिए बुलाया.. वो मान गई।
मूवी बहुत सेक्सी टाइप की थी।
मैंने अंजलि को नहीं बताया था कि कौन सी मूवी है.. वरना वो आने से मना कर देती।
मूवी देखते हम दोनों बहुत गर्म हो गए थे, मैंने मूवी देखते वक़्त अपना एक हाथ अंजलि की जाँघों पर रख दिया.. वो भी कुछ नहीं बोली।
इससे मेरा हौंसला बढ़ गया, मैं उसकी जाँघें सहलाने लगा.. तब भी वो कुछ नहीं बोली.. तो अपना एक हाथ मैंने उसकी चूत पर रख दिया और उसे चुम्बन करने लगा।
वो मेरा साथ दे रही थी क्योंकि शायद वो भी मुझे काफ़ी पसन्द करने लगी थी।
मूवी ख़त्म होने के बाद उसे मैंने होटल चलने कहा.. लेकिन वो बोली- आज बहुत देर हो गई है.. मम्मी डैडी गुस्सा करेंगे.. कल चलेंगे।
मैं मान गया और ऑटो में उसे किस करते हुए उसका चूचे दबाते हुए उसे घर तक छोड़ दिया..
क्योंकि रात बहुत हो गई थी इसलिए मैं उसे छोड़ने उसके साथ गया था।
फिर अपने घर आ गया और लण्ड हिलाते हुए कल का इंतज़ार करते हुए सो गया।
दूसरे दिन मैं अंजलि को लेकर एक होटल में गया.. एक कमरा बुक किया। जैसे ही हम कमरे में पहुँचे मैं अंजलि पर टूट पड़ा.. उसे किस करने लगा और अपना दोनों हाथ उसकी कमर सहलाते हुए उसके चूतड़ों को मसलने लगा।
मैं उसे बिस्तर पर ले गया और उसका टॉप व ब्रा उतार कर उसके चूचे चूसने लगा। दस मिनट तक उसके चूचे चूसने के बाद मैंने उसकी जीन्स और पैन्टी दोनों उतार दिए और उसकी चूत चाटने लगा। करीबन 15 मिनट तक उसकी चूत चाटने के बाद मैंने अपने कपड़े भी उतार कर लण्ड उसके मुँह में डाल दिया, वो लौड़ा चूसने लगी, दस मिनट तक वो लण्ड चूसती रही।
मैंने उसे लिटा दिया और अपना लण्ड उसकी चूत पर रख दिया और ऊपर-नीचे फिराने लगा।
फिर मैंने सुपारे को चूत की फांकों में फंसा कर एक झटका मारा.. जिससे मेरा लण्ड आधा उसकी चूत में घुस गया।
उसे दर्द हो रहा था क्योंकि ये उसकी पहली चुदाई थी।
मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और नीचे से एक जोरदार झटका मारा.. जिससे मेरा पूरा लण्ड अंजलि की चूत की जड़ तक घुस गया। वो बहुत तड़फ रही थी। मैं लौड़ा आगे-पीछे करते हुए अंजलि को चोदता रहा।
अब उसे भी मजा आने लगा व दर्द भी नहीं हो रहा था.. जिससे मैंने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी।
मैं काफ़ी देर तक अंजलि को बेरहमी से चोदता रहा.. फिर उसकी चूत के अन्दर ही झड़ गया।
कुछ देर रुकने के बाद मैंने उसे पीछे घुमाया.. और घोड़ी बना दिया। पहले उसकी गाण्ड को देर तक चाटा.. बहुत मजेदार गाण्ड थी।
5 मिनट गाण्ड चाटने के बाद अपना लण्ड उसकी गाण्ड के सुराख पर रख दिया और अनदर को दबा दिया जिससे मेरा आधा लण्ड उसकी गाण्ड में घुस गया।
वो चीखने लगी।
उसकी चीखों को अनसुना करके मैं लण्ड आगे-पीछे करने लगा। कुछ ही पलों में मैंने एक और तेज झटका मारा.. जिससे मेरा पूरा का पूरा लण्ड उसकी गाण्ड में चला गया।
उसकी गाण्ड बहुत सेक्सी थी इसलिए गाण्ड में लण्ड डालते ही कुछ मिनट में ही मैं झड़ गया, मैंने पूरा माल उसकी गाण्ड में डाल दिया।
फिर हम जाने की तैयारी करने लगे.. तो उससे दर्द के कारण चला भी नहीं जा रहा था। मुझे पता था कि ऐसा होगा इसलिए मैं दर्द निवारक गोली और आई पिल्स अपने साथ लाया था।
मैंने उसे दवा दे दी और साथ मैं गर्भनिरोधक गोलियां भी दे दीं.. ताकि वो पेट से ना हो सके।
फिर थोड़ी देर बाद हम घर को निकल गए।
मित्रो, यह थी मेरी कहानी.. आपको कैसी लगी, प्लीज़ मुझे ईमेल करके ज़रूर बताइएगा।
वहाँ मुझे एक लड़की मिली थी जिसका नाम अंजलि था, वो करीब 19-20 साल की थी, उससे मेरी अच्छी दोस्ती हो गई थी।
वो बहुत सेक्सी थी.. जब भी मैं उसको जीन्स में देखता.. तो मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता।
हम दोनों को मिले हुए काफ़ी समय हो गया था और मुझे कुछ ही दिन बाद दिल्ली वापस जाना था.. इसलिए मैं जाने से पहले अंजलि को चोदना चाहता था।
एक दिन उसे मैंने मूवी देखने के लिए बुलाया.. वो मान गई।
मूवी बहुत सेक्सी टाइप की थी।
मैंने अंजलि को नहीं बताया था कि कौन सी मूवी है.. वरना वो आने से मना कर देती।
मूवी देखते हम दोनों बहुत गर्म हो गए थे, मैंने मूवी देखते वक़्त अपना एक हाथ अंजलि की जाँघों पर रख दिया.. वो भी कुछ नहीं बोली।
इससे मेरा हौंसला बढ़ गया, मैं उसकी जाँघें सहलाने लगा.. तब भी वो कुछ नहीं बोली.. तो अपना एक हाथ मैंने उसकी चूत पर रख दिया और उसे चुम्बन करने लगा।
वो मेरा साथ दे रही थी क्योंकि शायद वो भी मुझे काफ़ी पसन्द करने लगी थी।
मूवी ख़त्म होने के बाद उसे मैंने होटल चलने कहा.. लेकिन वो बोली- आज बहुत देर हो गई है.. मम्मी डैडी गुस्सा करेंगे.. कल चलेंगे।
मैं मान गया और ऑटो में उसे किस करते हुए उसका चूचे दबाते हुए उसे घर तक छोड़ दिया..
क्योंकि रात बहुत हो गई थी इसलिए मैं उसे छोड़ने उसके साथ गया था।
फिर अपने घर आ गया और लण्ड हिलाते हुए कल का इंतज़ार करते हुए सो गया।
दूसरे दिन मैं अंजलि को लेकर एक होटल में गया.. एक कमरा बुक किया। जैसे ही हम कमरे में पहुँचे मैं अंजलि पर टूट पड़ा.. उसे किस करने लगा और अपना दोनों हाथ उसकी कमर सहलाते हुए उसके चूतड़ों को मसलने लगा।
मैं उसे बिस्तर पर ले गया और उसका टॉप व ब्रा उतार कर उसके चूचे चूसने लगा। दस मिनट तक उसके चूचे चूसने के बाद मैंने उसकी जीन्स और पैन्टी दोनों उतार दिए और उसकी चूत चाटने लगा। करीबन 15 मिनट तक उसकी चूत चाटने के बाद मैंने अपने कपड़े भी उतार कर लण्ड उसके मुँह में डाल दिया, वो लौड़ा चूसने लगी, दस मिनट तक वो लण्ड चूसती रही।
मैंने उसे लिटा दिया और अपना लण्ड उसकी चूत पर रख दिया और ऊपर-नीचे फिराने लगा।
फिर मैंने सुपारे को चूत की फांकों में फंसा कर एक झटका मारा.. जिससे मेरा लण्ड आधा उसकी चूत में घुस गया।
उसे दर्द हो रहा था क्योंकि ये उसकी पहली चुदाई थी।
मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और नीचे से एक जोरदार झटका मारा.. जिससे मेरा पूरा लण्ड अंजलि की चूत की जड़ तक घुस गया। वो बहुत तड़फ रही थी। मैं लौड़ा आगे-पीछे करते हुए अंजलि को चोदता रहा।
अब उसे भी मजा आने लगा व दर्द भी नहीं हो रहा था.. जिससे मैंने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी।
मैं काफ़ी देर तक अंजलि को बेरहमी से चोदता रहा.. फिर उसकी चूत के अन्दर ही झड़ गया।
कुछ देर रुकने के बाद मैंने उसे पीछे घुमाया.. और घोड़ी बना दिया। पहले उसकी गाण्ड को देर तक चाटा.. बहुत मजेदार गाण्ड थी।
5 मिनट गाण्ड चाटने के बाद अपना लण्ड उसकी गाण्ड के सुराख पर रख दिया और अनदर को दबा दिया जिससे मेरा आधा लण्ड उसकी गाण्ड में घुस गया।
वो चीखने लगी।
उसकी चीखों को अनसुना करके मैं लण्ड आगे-पीछे करने लगा। कुछ ही पलों में मैंने एक और तेज झटका मारा.. जिससे मेरा पूरा का पूरा लण्ड उसकी गाण्ड में चला गया।
उसकी गाण्ड बहुत सेक्सी थी इसलिए गाण्ड में लण्ड डालते ही कुछ मिनट में ही मैं झड़ गया, मैंने पूरा माल उसकी गाण्ड में डाल दिया।
फिर हम जाने की तैयारी करने लगे.. तो उससे दर्द के कारण चला भी नहीं जा रहा था। मुझे पता था कि ऐसा होगा इसलिए मैं दर्द निवारक गोली और आई पिल्स अपने साथ लाया था।
मैंने उसे दवा दे दी और साथ मैं गर्भनिरोधक गोलियां भी दे दीं.. ताकि वो पेट से ना हो सके।
फिर थोड़ी देर बाद हम घर को निकल गए।
मित्रो, यह थी मेरी कहानी.. आपको कैसी लगी, प्लीज़ मुझे ईमेल करके ज़रूर बताइएगा।